भोपाल। एक तरफ मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन चल रहा है और दूसरी तरफ अपराधी बेखौफ अपराध को अंजाम दे रहे हैं. लॉकडाउन के दौरान महिला अपराध की घटनाओं में तेजी आई है. इस पर कांग्रेस ने कहा है कि भाजपा के राज में एक बार फिर अपराधियों के हौसले बुलंद हो गए हैं. लॉकडाउन की स्थिति में भी अपराधी चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात होने के बाद अपराध को अंजाम दे रहे हैं. सरकार को चेतावनी देते हुए कांग्रेस ने कहा है कि भाजपा को इन घटनाओं पर अंकुश लगाना चाहिए, नहीं तो मजबूरन आंदोलन करना पड़ेगा.
दमोह की जबेरा में 7 साल की बच्ची के साथ दरिंदगी की घटना ने कई सवाल खड़े किए हैं, तो दूसरी तरफ बैतूल में गैंगरेप की घटना ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. पिछले एक महीने में महिलाओं पर अत्याचार के कई मामले आए हैं उनमें से मुख्य
07 अप्रैल- ग्वालियर में रेप
14 अप्रैल- बैतूल में रेप
23 अप्रैल- भोपाल में रेप
23 अप्रैल- दमोह में रेप
25 अप्रैल- भोपाल में रेप
30 अप्रैल- बैतूल में रेप
30 अप्रैल- चित्रकूट में रेप.
इन घटनाओं को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अजय सिंह यादव का कहना है कि मध्य प्रदेश में पिछले 15 सालों में भाजपा की सरकार के दौरान जिस तरह प्रदेश में महिला और छोटी बच्चियों के साथ अपराध में बढ़ोतरी हुई थी उस पर सुप्रीम कोर्ट को भी संज्ञान लेना पड़ा था. 15 महीनों की हमारी सरकार के दौरान कानून व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त की गई थी. अपराधियों की कमर तोड़ी गई थी. माफिया राज खत्म किया गया था. अब भाजपा की सरकार बनते ही फिर से अपराधियों का मनोबल बढ़ गया है.
उन्होंने कहा कोरोना की वजह से जहां चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है. लेकिन अपराधियों ने देख लिया है कि फिर वहीं भाजपा की सरकार आ गई है. जिसका अपराधियों पर कोई अंकुश नहीं है. इसलिए पिछले 1 महीने में तरह-तरह के अपराध सामने आ रहे हैं. यह गंभीर मामला है, भाजपा को अपनी पुरानी पद्धति छोड़कर अपराधों पर अंकुश लगाना चाहिए. अन्यथा कांग्रेस को मजबूर होकर आंदोलन करना पड़ेगा.