भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया पार्टी संगठन में सार्वजनिक अनर्गल बयानबाजी और अनुशासनहीनता से नाराज बताए जा रहे हैं. कुछ दिनों पहले भोपाल दौरे पर आए दीपक बावरिया ने पार्टी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए साफ तौर पर हिदायत दी है कि अगर अनुशासनहीनता हुई, तो कार्रवाई की जाएगी.
कांग्रेस सूत्रों की माने तो केंद्रीय संगठन और प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया मध्यप्रदेश कांग्रेस संगठन में हो रही हरकतों से नाराज बताए जा रहे हैं. उन्होंने प्रदेश संगठन को जताया है, कि अगर अब ऐसे मामले आए, तो कार्रवाई की जाएगी. वहीं प्रदेश संगठन भी केंद्रीय संगठन का संदेश मानकर पार्टी में अनुशासनहीनता पर नजर रखे हुए है.
मामले में पार्टी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष चंद्रप्रभाष शेखर का कहना है कि 'दो- तीन शिकायतें हर महीने आती हैं, जिन पर कार्रवाई हुई है. जहां तक बावरिया जी का सवाल है, तो उन्होंने व्यापक रूप से कहा है कि कोई अनुशासनहीनता करेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी'.
दरअसल कांग्रेस का हर कार्यकर्ता अब पार्टी में महत्त्व चाहता है. लेकिन संगठन में किसी एक व्यक्ति के मनमाफिक काम न होने के कारण सार्वजनिक बयानबाजी और अनुशासनहीनता हो रही है. खासकर प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए प्रदेश संगठन में घमासान देखने को मिल रहा है. दावेदार नेताओं के समर्थक अनुशासन को ताक पर रखकर दावेदारी के लिए तरह- तरह के हथकंडे अपना रहे हैं. जिसमें सिंधिया गुट के नेता, विधायक और मंत्री तो खुलकर ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग को लेकर लगातार अनुशासन की सीमा लांघ रहे हैं.
दिग्विजय सिंह और सिंघार के विवाद ने भी पकड़ा था तूल
मामला तब और बिगड़ा जब कमलनाथ सरकार के मंत्री उमंग सिंघार और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बीच का विवाद खुलकर सामने आ गया. मामले में केंद्रीय संगठन को हस्तक्षेप करना पड़ा था. उमंग सिंघार को फटकार के बाद केंद्रीय अनुशासन समिति को मामला सौंप दिया गया. इस पूरे घटनाक्रम के बाद जब पहली बार दीपक बावरिया 22 सितंबर को राजधानी पहुंचे, तो कार्यक्रम में विषय से हटकर उन्होंने सीधे तौर पर संदेश दिया कि अगर पार्टी में अनर्गल बयानबाजी और अनुशासनहीनता देखने को मिली, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी. वहीं कार्यक्रम के दौरान भोपाल मध्य के विधायक आरिफ मसूद दीपक बावरिया से उलझ गए.