भोपाल। उपचुनाव के दौरान कांग्रेस में हुई भितरघात और गुटबाजी को लेकर अंतर्कलह अब खुलकर सामने आ गई है. मेहगांव विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी हेमंत कटारे की हार के बाद मंगलवार को भिंड जिला कांग्रेस कमेटी ने गोविंद सिंह के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया है, इसके साथ ही उन्हें पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित करने की मांग की गई है. हालांकि मध्य प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में इस तरह के किसी प्रस्ताव के पीसीसी पहुंचने की बात से इनकार किया जा रहा है. संगठन प्रभारी चंद्रप्रभाष शेखर ने ऐसी किसी भी जानकारी के होने से मना कर दिया है. हालांकि उन्होंने कहा कि, वो जिला कांग्रेस कमेटी से इस बारे में बात कर जानकारी लेंगे की, वहां इस तरह का प्रस्ताव क्यों पास किया गया है. चंद्रप्रभाष शेखर ने कहा कि, एआईसीसी के सदस्य और किसी विधायक पर कार्रवाई का अधिकार एआईसीसी को ही होता है.
कांग्रेस संगठन प्रभारी चंद्रप्रभाष शेखर का कहना है कि, भिंड जिला कांग्रेस कमेटी के प्रस्ताव की जानकारी उन्हें समाचार पत्रों के माध्यम से मिली है. यदि कोई प्रस्ताव वहां से लिखित रूप से आएगा. तो उस पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी विचार करेगी. अब जिला कांग्रेस कमेटी ने किस रूप में और किन कारणों से ये प्रस्ताव पारित किया है, उसकी जानकारी ली जाएगी.
भिंड जिला कांग्रेस कमेटी ने पारित किया है निंदा प्रस्ताव
मंगलवार को भिंड जिला कांग्रेस कार्यकारिणी की बैठक आयोजित की गई थी, जो काफी हंगामेदार रही थी. इस बैठक में मेहगांव विधानसभा सीट से पार्टी के प्रत्याशी रहे हेमंत कटारे की हार को लेकर मंथन किया गया, इसी दौरान पूर्व मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक डॉ गोविंद सिंह पर गंभीर आरोप लगे. पार्टी नेताओं और पदाधिकारियों ने उन पर कांग्रेस प्रत्याशी को हराने का आरोप लगाते हुए निंदा प्रस्ताव पारित किया, साथ ही उन्हें छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित किए जाने की मांग भी की गई.