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जीएस डामोर के खिलाफ EOW को मिली घोटाले की शिकायत, अध्ययन में जुटे अधिकारी

झाबुआ सांसद जीएस डामोर की मुश्किलें अब बढ़ सकती हैं. ईओडब्ल्यू में सांसद जीएस डामोर के खिलाफ पीएचई विभाग में चीफ इंजीनियर रहते पानी की टंकी खरीदी को लेकर शिकायत की गई है.

झाबुआ सांसद जीएस डामोर की बढ़ सकती है मुश्किलें
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Published : Oct 22, 2019, 3:57 AM IST

भोपाल। झाबुआ सांसद जीएस डामोर की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. ईओडब्ल्यू में सांसद जीएस डामोर के खिलाफ एक शिकायत की गई है. शिकायत में जीएस डामोर के पीएचई विभाग में चीफ इंजीनियर रहते पानी की टंकी खरीदी में घोटाला करने के आरोप लगे हैं. सांसद जीएस डामोर के खिलाफ उज्जैन के एक ठेकेदार आत्मजीत सलूजा ने यह शिकायत ईओडब्ल्यू से की है.

झाबुआ सांसद जीएस डामोर की बढ़ सकती है मुश्किलें


बताया जा रहा है कि पानी टंकी खरीदी के लिए एक ही टेंडर को तीन भागों में तोड़ा गया था. जबकि इसके अधिकार चीफ इंजीनियर रहते जीएस डामोर के पास नहीं थे. साल 2015 में पहला टेंडर पारस कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया. जिसके बाद यही टेंडर दूसरी कंपनी पार्थ कंस्ट्रक्शन को दिया गया. फिर दोबारा पहली कंपनी यानी कि पारस कंस्ट्रक्शन को साल 2016 में फिर से टेंडर दे दिया गया.


फिलहाल ईओडब्ल्यू के पास शिकायत पहुंची है और उसका अध्ययन किया जा रहा है. अध्ययन के बाद ईओडब्ल्यू के अधिकारी तय करेंगे कि इस मामले को लेकर प्रारंभिक जांच शुरू की जानी है या नहीं.

भोपाल। झाबुआ सांसद जीएस डामोर की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. ईओडब्ल्यू में सांसद जीएस डामोर के खिलाफ एक शिकायत की गई है. शिकायत में जीएस डामोर के पीएचई विभाग में चीफ इंजीनियर रहते पानी की टंकी खरीदी में घोटाला करने के आरोप लगे हैं. सांसद जीएस डामोर के खिलाफ उज्जैन के एक ठेकेदार आत्मजीत सलूजा ने यह शिकायत ईओडब्ल्यू से की है.

झाबुआ सांसद जीएस डामोर की बढ़ सकती है मुश्किलें


बताया जा रहा है कि पानी टंकी खरीदी के लिए एक ही टेंडर को तीन भागों में तोड़ा गया था. जबकि इसके अधिकार चीफ इंजीनियर रहते जीएस डामोर के पास नहीं थे. साल 2015 में पहला टेंडर पारस कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया. जिसके बाद यही टेंडर दूसरी कंपनी पार्थ कंस्ट्रक्शन को दिया गया. फिर दोबारा पहली कंपनी यानी कि पारस कंस्ट्रक्शन को साल 2016 में फिर से टेंडर दे दिया गया.


फिलहाल ईओडब्ल्यू के पास शिकायत पहुंची है और उसका अध्ययन किया जा रहा है. अध्ययन के बाद ईओडब्ल्यू के अधिकारी तय करेंगे कि इस मामले को लेकर प्रारंभिक जांच शुरू की जानी है या नहीं.

Intro:भोपाल- झाबुआ सांसद जी एस डामोर की मुश्किलें अब बढ़ सकती हैं। ईओडब्ल्यू में सांसद जी एस डामोर के खिलाफ पीएचई विभाग में चीफ इंजीनियर रहते पानी की टंकी खरीदी को लेकर शिकायत की गई है। हालांकि ईओडब्ल्यू को फिलहाल सिर्फ शिकायत प्राप्त हुई है। जिसका अध्ययन किया जा रहा है।


Body:झाबुआ से बीजेपी सांसद जी एस डामोर के खिलाफ भी अब ईओडब्ल्यू में शिकायत पहुंच गई है। इस शिकायत में जी एस डामोर के पीएचई विभाग में चीफ इंजीनियर रहते पानी की टंकी खरीदी में घोटाला करने के आरोप लगे हैं। बताया जा रहा है कि पानी टंकी खरीदी के लिए एक ही टेंडर को तीन भागों में तोड़ा गया था। जबकि इसके अधिकार चीफ इंजीनियर रहते जीएस डामोर के पास नहीं थे। साल 2015 में पहला टेंडर पारस कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया था। जिसके बाद यही टेंडर दूसरी कंपनी पार्थ कंस्ट्रक्शन को दिया गया। फिर दोबारा पहली कंपनी यानी कि पारस कंस्ट्रक्शन को साल 2016 में फिर से टेंडर दे दिया गया।

ये है पूरा मामला-

- 37 हज़ार 500 रुपये प्रति टंकी के हिसाब से खरीदी गई थी 5 हज़ार टंकिया।
- 5 हज़ार लीटर की खरीदी गई थी 9 हज़ार टंकिया।
- 15 हज़ार रुपये प्रति टंकी के हिसाब से खरीदी गई थी 2 हज़ार लीटर की टंकिया।
- 2 हज़ार लीटर की 300 टंकिया खरीदी गई थी।
- पहला टेंडर दिसंबर 2015 में पारस कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया था।
- फिर पार्थ कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया यही टेंडर।
- साल 2016 में फिर से पहली कंपनी पारस कंस्ट्रक्शन को टेंडर जारी किया गया।
- इस दौरान पीएचई विभाग में मुख्य अभियंता के पद पर पदस्थ थे सांसद जीएस डामोर।
- चीफ इंजीनियर डामोर की स्वीकृति के बाद ही जारी हुआ था टेंडर



Conclusion:सांसद जी एस डामोर के खिलाफ उज्जैन के एक ठेकेदार आत्मजीत सलूजा ने यह शिकायत ईओडब्ल्यू से की है। फिलहाल ईओडब्ल्यू के पास शिकायत पहुंची है और उसका अध्ययन किया जा रहा है। अध्ययन के बाद ईओडब्ल्यू के अधिकारी तय करेंगे कि इस मामले को लेकर प्रारंभिक जांच शुरू की जानी है या नहीं।
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