भोपाल। राजधानी में कोरोना संक्रमण बढ़ने से कई इलाकों को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया हैं. जिसके कारण इन इलाकों में लगी पाबंदियों से अब यहां रहने वाले लोगों को खासा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इन इलाकों के लोग आनलाइन डिलीवरी कंपनियों के जरिए जरुरी सामान ऑर्डर कर रहे हैं, लेकिन कंपनियां इन इलाकों में डिलीवरी देने के लिए अलग-अलग बहाने बनाकर लोगों का ऑर्डर देने से मना कर रही हैं.
- राजधानी के कई इलाके कंटेनमेंट जोन
कोरोना संक्रमण बढ़ने से राजधानी के कई इलाकों को कंटेनमेंट जोन बनाया गया था, लेकिन बाद में पूरे शहर में कोरोना कर्फ्यू लागू कर दिया गया. कोरोना गाइडलाइन के मुताबिक, कंटेनमेंट जोन में जरूरी चीजों को ऑनलाइन मंगाने की व्यवस्था की गई थी लेकिन अभी भी कंटेनमेंट जोन वाली कॉलोनियों से कंपनियां आर्डर नहीं ले रही हैं. कुछ कंपनियां इन इलाकों के लिए सामान आउट ऑफ स्टॉक बता रही हैं, तो कुछ बाद में डिलीवरी करने की बात कह रही है. इस कारण यहां रह रहे लोगों की मुश्किलें काफी बढ़ गई हैं.
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- सामान डिलीवर नहीं हो रहा
भोपाल के रोहित नगर में रहने वाली पूनम शर्मा ने बताया कि उन्होंने एक ऑनलाइन डिलीवरी करने वाली कंपनी से किताबों का ऑर्डर दिया था, लेकिन कंपनी ने किताबें आउट आफ स्टॉक बताकर डिलीवरी करने से मना कर दिया. इसी तरह इन इलाकों के कई लोगों ने सामान मंगवाए लेकिन किसी को भी यहां सामान डिलीवर नहीं हो पाया है.
- ये हैं कंटेनमेंट जोन
राजधानी भोपाल के उपनगर कोलार और शाहपुरा इलाके में तेजी से बढ़े संक्रमण के चलते 9 अप्रैल से 7 वार्डों को कंटेनमेंट जोन बनाया गया. कोलार के जिन 7 वार्डों को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है, उसमें करीब 2 लाख 50 हजार से अधिक की आबादी है. इन वार्डों को पहले 9 दिनों के लिए कंटेनमेंट जोन बनाया गया था. बाद में पूरे शहर में कोरोना कर्फ्यू लागू कर दिया गया.