भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बासमती चावल के जीआई टैग मामले को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर आपत्ति जताई है. पत्र में मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा है कि पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह का इस मामले में लिखा गया पत्र कांग्रेस का किसान विरोधी और मध्यप्रदेश विरोधी चेहरा बताती है. अमरिंदर सिंह इस मामले को पाकिस्तान से जोड़कर घटिया राजनीति की कोशिश कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लिखा है कि मध्यप्रदेश का बासमती चावल अत्यंत स्वादिष्ट होता है और इसके जायके और खुशबू के लिए देश-विदेश में प्रसिद्ध है. मध्यप्रदेश को मिलने वाले जीआई टैगिंग से अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में भारत के बासमती चावल की अच्छी कीमत मिलेगी और देश के निर्यात को बढ़ावा मिलेगा.
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सीएम शिवराज ने बताया कि इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ राइस रिसर्च हैदराबाद में अपनी उत्पादन उन्मुख सर्वेक्षण रिपोर्ट में दर्ज किया है कि मध्य प्रदेश में पिछले 25 वर्ष से बासमती चावल का उत्पादन किया जा रहा है. यह दुखद है कि मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह मध्यप्रदेश के बासमती को जीआई टैग दिए जाने के मामले को पाकिस्तान से जोड़कर घटिया राजनीति की कोशिश कर रहे हैं. पाकिस्तान के साथ कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण के मामले का मध्य प्रदेश के दावों से कोई संबंध नहीं है.
शिवराज सिंह ने लिखा कि अमरिंदर सिंह झूठे तथ्यों के आधार पर मध्य प्रदेश के किसानों को नुकसान पहुंचाने वाला काम आखिर कांग्रेस के लिए कितना उचित है. उन्होंने पत्र के माध्यम से पूछा है कि कांग्रेस पार्टी मध्य प्रदेश के किसानों के विरुद्ध क्यों खड़ी है. इससे पहले बासमती चावल के जीआई टैग को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर एमपी को जीआई टैग नहीं दिए जाने के मामले में दखल देने की अपील की थी.