भोपाल। देश भर में इजरायली कंपनी पेगासस को लेकर बवाल मचा हुआ है. मौजूदा मोदी सरकार पर कांग्रेस सवाल उठा रही है. इस मामले पर पहले केंद्र सरकार के मंत्री सफाई दे रहे थे, लेकिन यूपी के मुख्यमंत्री योगी के बाद अब मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी सफाई दी है.
कांग्रेस के आरोपों को बताया बेबुनियादी
सीएम शिवराज ने कहा कि ये सब कांग्रेस का इतिहास रहा है और यह कहानी झूठ की बुनियाद पर टिकी है. यह भारत को बदनाम करने की साजिश है. जहां तक पेगासस का मामला है तो इस पूरे मामले का खंडन किया जा चुका है. शिवराज सिंह ने कहा कि जासूसी करने का इतिहास कांग्रेस का रहा है. पूर्व पीएम मनमोहन ने कहा था कि किसी प्राइवेट कंपनी ने फोन टैप करवाए हैं.
सीएम ने राहुल गांधी पर साधा निशाना
सीएम ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि वे कहते हैं आलू से सोना बनता है. ऐसे आदमी की फोन टैंपिंग करवा रही है. राहुल गांधी रात में चीन की एंबेसी जाते हैं. मनीशंकर अय्यर पाकिस्तान जाते हैं. यूपीए सरकार ने नौ हजार फोन टैप किए हैं. सीताराम येचुरी जयललिता ने भी आरोप लगाए. समाजवादी पार्टी के तत्कालीन सचिव अमर सिंह ने भी आरोप लगाए थे कि उनके फोन टैप किए जाते हैं.
कमलनाथ की पेन कार्ड पर भी बोले शिवराज
शिवराज सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार इस मामले पर कोर्ट जाएगी. कमलनाथ के आरोपों पर कहा कि कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के पास पूरी लिस्ट होती है, ये जासूसी कराते हैं. लेकिन क्या वजह है कि इसे सार्वजनिक नहीं करते. शिवराज ने कहा कि यदि कमलनाथ के पास लिस्ट है और जिस तरह वे कहते हैं पेन ड्राइव है तो फिर सार्वजनिक क्यों नहीं करते हैं.
पेगासस की जासूसी नई नहीं, 125 साल से हो रही है फोन टैपिंग, सरकारों पर लगते रहे हैं इल्जाम
आनन-फानन में बुलाई पत्रकार वार्ता
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने केंद्र के मंत्रियों के नाम आने पर बोला अधिकृत रूप से सभी ने इसका खंडन किया. हालांकि फोन टैपिंग मामले में चौतरफा घिरी बीजेपी अपनी सफाई देने में जुटी है. दरअसल, भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने भी आनन-फानन में पत्रकार वार्ता बुलाई. पहले तय हुआ कि बीजेपी कार्यालय में पीसी होगी, लेकिन बाद में फैसला लिया गया कि पत्रकार वार्ता को मुख्मयंत्री निवास पर रखा जाए. वहीं कमलनाथ पेगासस मामले को लेकर बुधवार दोपहर को पत्रकार वार्ता लेने वाले हैं. इसके पहले शिवराज ने पीसी कर अपनी सफाई दी.