भोपाल| प्रदेश के बुरहानपुर जिले के नेपानगर वन परिक्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त किए जाने के लिए वन विभाग की टीम थाना नेपानगर पहुंची. आदिवासी महिलाओं और पुरुषों ने नारेबाजी करते हुए इस कार्रवाई का विरोध किया. जिसके बाद वन विभाग की टीम और आदिवासियों के बीच मारपीट और पथराव की स्थिति बन गई. मामला सीएम के संज्ञान में आते ही उन्होंने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए.
गांव बदनापुर सीवल वन क्षेत्र में वन विभाग के अधिकारी, कर्मचारी मिलकर जेसीबी की मदद से गड्ढे खोदकर बीजारोपण का काम कर रहे थे. जिससे नाराज आदिवासियों ने इसका विरोध किया. वन कर्मियों ने 12 बोर बंदूक से हवा में दो फायर भी किए. इसके बाद से ही मामला लगातार विवाद में घिरता जा रहा था. ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना हो इसकी रोकथाम के लिए उपाय और अन्य सम्बन्धित बिंदुओं पर जांच की जा रही है.
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता अजय सिंह यादव का कहना है कि प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व में काफी अच्छा काम कर रही है और सीएम ने जांच के आदेश देते हुए स्पष्ट कर दिया था कि आदिवासियों के साथ किसी भी तरह की गलत कार्रवाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी.