भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के 40 हजार स्ट्रीट वेंडर को 10 हज़ार रुपए का लोन वितरित किया. मिंटो हॉल में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने वर्चुअल माध्यम से लाभार्थियों से बात भी की और पूछा कि उन्हें इस योजना का लाभ कैसे मिला. इस दौरान मुख्यमंत्री ने विदिशा जिले के ग्राम पंचायत गुलखेड़ी इमलिया के बीरन सिंह राजपूत से भी बातचीत की. बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने बताया कि इमलिया के लोगों ने एक बार उनकी जिंदगी बचाई थी.
- सीएम शिवराज की गांव वालों ने की थी मदद
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना के बारे में बताया कि जब मैं सांसद था. तब सुरौना से वापस लौटते वक्त सुबह-सुबह उनकी गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया था. एक्सीडेंट में वो बुरी तरह से घायल हो गए थे. पास में इमलिया गांव था. गांव वालों को पता चला तो वह दौड़े चले आए. हॉस्पिटल ले जाने के लिए कोई बड़ी गाड़ी भी नहीं थी. तो गांव वाले ट्रैक्टर लेकर आए. गांव वाले मुझे ट्रैक्टर से विदिशा हॉस्पिटल ले गए. जहां शुरुआती इलाज के बाद उन्हें भोपाल लाया गया.
- सीएम ने मुंबई में कराया इलाज
सीएम शिवराज सिंह चौहान को इलाज के लिए मुंबई जाना पड़ा. सीएम ने बताया कि वह मुंबई में करीब 48 दिन भर्ती रहे. यह बात 1998 और 1999 की है. हॉस्पिटल में जब वह सभी को लोगों को चलते हुए देखते थे. तो सोचते थे कि क्या भी कभी चल पाएंगे. मुख्यमंत्री बनने से पहले शिवराज सिंह चौहान विदिशा लोकसभा क्षेत्र से लगातार पांच बार सांसद रह चुके हैं