भोपाल। पूर्व केंद्रीय मंत्री और एमपी कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक बार फिर अपनी पार्टी और सरकार को लेकर नाराजगी जाहिर की है. दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का खाता नहीं खुलने पर गुरुवार को सिंधिया ने तल्ख टिप्पणी की थी. इसके बाद उन्होंने कमलनाथ सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरने की चेतावनी दी है. बीते दिन टीकमगढ़ पहुंचे सिंधिया ने चुनावी मैनिफेस्टो में किए वादे को धार्मिक वाक्य मानने की बात कही. उन्होंने सरकार द्वारा जनता की मांगें पूरी नहीं होने पर जनता के साथ सड़क पर उतरने की बात कही.
टीकमगढ़ में मंच से उन्होंने कहा कि अगर मैनिफेस्टो में जुड़ी आपकी मांग पूरी नहीं होगी तो आपको खुद को अकेला नहीं समझना है. सिंधिया भी आपके साथ सड़कों पर उतरेगा. सिंधिया के इस बयान पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि वचन पत्र पांच महीने के लिए नहीं पांच साल के लिए है.
टीकमगढ़ के कुडीला गांव में संत रविदास जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में ज्योतिरादित्य सिंधिया शामिल हुए थे. जहां उन्होंने कहा था कि 'मेरे अतिथि शिक्षकों को मैं कहना चाहता हूं. आपकी मांग मैंने चुनाव के पहले भी सुनी थीं. मैंने आपकी आवाज उठाई थी और ये विश्वास मैं आपको दिलाना चाहता हूं कि आपकी मांग जो हमारी सरकार के घोषणापत्र में अंकित है वो घोषणापत्र हमारे लिए हमारा ग्रंथ है.'