भोपाल। देश की आजादी के संग्राम में अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर शहीदों को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी. मंत्रालय के बल्लभ भवन पार्क में आयोजित कार्यक्रम में सतपुड़ा विंध्यांचल और बल्लभ भवन के गिने-चुने कर्मचारी ही पहुंचे.
सीएम ने मंत्रालय में दी शहीदों को श्रद्धांजलि, कई अधिकारी हुए शामिल
भोपाल के बल्लभ भवन पार्क में देश की आजादी के लिए अपने प्राणों को न्यौछावर करने वाले शहीदों को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी. सीएम के साथ मंत्री पीसी शर्मा, मुख्य सचिव एसआर मोहंती के अलावा वल्लभ भवन के आला अधिकारी शामिल हुए.
सीएम ने दी शहीदों को श्रद्धांजलि
भोपाल। देश की आजादी के संग्राम में अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर शहीदों को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी. मंत्रालय के बल्लभ भवन पार्क में आयोजित कार्यक्रम में सतपुड़ा विंध्यांचल और बल्लभ भवन के गिने-चुने कर्मचारी ही पहुंचे.
Intro:भोपाल। देश की आजादी के संग्राम में अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर शहीदों को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी। मंत्रालय के बल्लभ भवन पार्क में आयोजित कार्यक्रम में सतपुड़ा विंध्यांचल और बल्लभ भवन के गिने-चुने कर्मचारी ही पहुंचे।
Body:कार्यक्रम में मुख्यमंत्री कमलनाथ के अलावा जनसंपर्क मंत्री पी सी शर्मा मुख्य सचिव एसआर मोहंती के अलावा बल्लभ भवन के आला अधिकारी शामिल हुए। शहीदों के सम्मान में 2 मिनट का मौन रखने के लिए सामान्य प्रशासन विभाग ने सभी विभागों के प्रमुखों के अलावा संभाग आयुक्तों और कलेक्टरों को 2 मिनट का मौन रखने के लिए कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद भी बल्लभ भवन पार्क में आयोजित कार्यक्रम में सतपुड़ा भवन, विंध्याचल भवन और वल्लभ भवन के गिने-चुने कर्मचारी अधिकारी ही कार्यक्रम में पहुंचे।
Conclusion:
Body:कार्यक्रम में मुख्यमंत्री कमलनाथ के अलावा जनसंपर्क मंत्री पी सी शर्मा मुख्य सचिव एसआर मोहंती के अलावा बल्लभ भवन के आला अधिकारी शामिल हुए। शहीदों के सम्मान में 2 मिनट का मौन रखने के लिए सामान्य प्रशासन विभाग ने सभी विभागों के प्रमुखों के अलावा संभाग आयुक्तों और कलेक्टरों को 2 मिनट का मौन रखने के लिए कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद भी बल्लभ भवन पार्क में आयोजित कार्यक्रम में सतपुड़ा भवन, विंध्याचल भवन और वल्लभ भवन के गिने-चुने कर्मचारी अधिकारी ही कार्यक्रम में पहुंचे।
Conclusion: