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निगम मंडल की नियुक्तियों पर फैसला जल्द, मुख्यमंत्री ले सकते हैं निर्णय - मुख्यमंत्री

झाबुआ उपचुनाव और दीपावली के बाद कमलनाथ सरकार निगम मंडल की नियुक्तियों को हरी झंडी दे सकती है.राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ विदेश दौरे से लौटते ही, निगम मंडल नियुक्तियों पर फैसला ले सकते हैं.

निगम मंडल की नियुक्तियों पर छट सकते हैं बादल
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Published : Nov 8, 2019, 6:02 PM IST

भोपाल। जल्द ही निगम मंडल नियुक्तियों को हरी झंडी मिल सकती है. झाबुआ उपचुनाव और दिवाली के बाद इस पर फैसला होने की उम्मीद थी. अब राजनीतिक गलियारों में इसकी चर्चा है कि सीएम कमलनाथ के विदेश दौरे से लौटते ही इस पर फैसला हो सकता है.

बताया जा रहा है कि पिछले दिनों प्रदेश दौरे पर आए प्रदेश प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव दीपक बाबरिया और मुख्यमंत्री कमलनाथ के बीच निगम मंडल नियुक्तियों को लेकर चर्चा हो चुकी है. इसलिए माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री के विदेश से लौटते ही कई कांग्रेस नेताओं की मन की मुराद पूरी हो सकती है.

झाबुआ उपचुनाव के चलते तमाम तरह की सरकारी और संगठनात्मक नियुक्तियों पर रोक लग गई थी. हालांकि मुख्यमंत्री कमलनाथ और संगठन के आला नेता पहले ही संकेत दे चुके थे कि झाबुआ उपचुनाव और दीपावली के बाद निगम मंडल की नियुक्तियां संभव है. चर्चा है कि जो सूची आ रही है, उसमें संगठन के पदाधिकारियों को ज्यादा महत्व दिया गया है.

संगठन महामंत्री राजीव सिंह ने बताया कि निगम मंडल में राजनीतिक नियुक्ति का पूरा अधिकार मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को है. उन्होंने कहा कि वो समझते है कि इस बारे में वो विचार कर रहे हैं. प्रभारी महासचिव दीपक बाबरिया भी आए थे उनसे भी चर्चा हो चुकी है. उन्होंने कहा कि जल्दी ही निगम मंडल की नियुक्तियां शुरु की जाएगी.

भोपाल। जल्द ही निगम मंडल नियुक्तियों को हरी झंडी मिल सकती है. झाबुआ उपचुनाव और दिवाली के बाद इस पर फैसला होने की उम्मीद थी. अब राजनीतिक गलियारों में इसकी चर्चा है कि सीएम कमलनाथ के विदेश दौरे से लौटते ही इस पर फैसला हो सकता है.

बताया जा रहा है कि पिछले दिनों प्रदेश दौरे पर आए प्रदेश प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव दीपक बाबरिया और मुख्यमंत्री कमलनाथ के बीच निगम मंडल नियुक्तियों को लेकर चर्चा हो चुकी है. इसलिए माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री के विदेश से लौटते ही कई कांग्रेस नेताओं की मन की मुराद पूरी हो सकती है.

झाबुआ उपचुनाव के चलते तमाम तरह की सरकारी और संगठनात्मक नियुक्तियों पर रोक लग गई थी. हालांकि मुख्यमंत्री कमलनाथ और संगठन के आला नेता पहले ही संकेत दे चुके थे कि झाबुआ उपचुनाव और दीपावली के बाद निगम मंडल की नियुक्तियां संभव है. चर्चा है कि जो सूची आ रही है, उसमें संगठन के पदाधिकारियों को ज्यादा महत्व दिया गया है.

संगठन महामंत्री राजीव सिंह ने बताया कि निगम मंडल में राजनीतिक नियुक्ति का पूरा अधिकार मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को है. उन्होंने कहा कि वो समझते है कि इस बारे में वो विचार कर रहे हैं. प्रभारी महासचिव दीपक बाबरिया भी आए थे उनसे भी चर्चा हो चुकी है. उन्होंने कहा कि जल्दी ही निगम मंडल की नियुक्तियां शुरु की जाएगी.

Intro:भोपाल।जैसे की कयास लगाए जा रहे थे और संकेत मिल रहे थे कि झाबुआ उपचुनाव और दीपावली के बाद कमलनाथ सरकार निगम मंडल की नियुक्तियों को हरी झंडी दे सकती है। ऐसे संकेत मिलने शुरू हो गए हैं। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ विदेश दौरे से लौटते ही निगम मंडल नियुक्तियों पर फैसला ले सकते हैं। चर्चा तो यह भी है कि पिछले दिनों प्रदेश के दौरे पर आए प्रदेश प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव दीपक बाबरिया और मुख्यमंत्री कमलनाथ के बीच निगम मंडल नियुक्तियों को लेकर फार्मूले पर चर्चा हो चुकी है। इसलिए माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री के विदेश से लौटते ही कई कांग्रेस नेताओं की मन की मुराद पूरी हो सकती है।


Body:दरअसल कमलनाथ सरकार को बने हुए एक साल होने को है, लेकिन सरकार अभी तक निगम मंडल की नियुक्तियां नहीं कर पाई है। किसी ना किसी कारणवश निगम मंडल की नियुक्तियां टलती रही और निगम मंडल के जरिए सरकार का हिस्सा बनने के प्रयास में लगे पार्टी के नेता और पदाधिकारियों को निराशा मिलती रही। विधानसभा चुनाव के बाद जैसे ही मध्यप्रदेश में कमलनाथ की सरकार बनी, तो लोकसभा चुनाव आ गए। लोकसभा चुनाव के परिणाम ऐसे आए कि कमलनाथ सरकार को नए सिरे से शुरुआत करनी पड़ी। जैसे-तैसे सरकार पटरी पर आई, तो झाबुआ के उपचुनाव आ गए और झाबुआ उपचुनाव के चलते तमाम तरह की सरकारी और संगठनात्मक नियुक्तियों पर रोक लग गई। हालांकि मुख्यमंत्री कमलनाथ और संगठन के आला नेता पहले ही संकेत दे चुके थे कि झाबुआ उपचुनाव और दीपावली के बाद निगम मंडल की नियुक्तियां संभव है।मध्य प्रदेश कांग्रेस के सूत्रों की माने मुख्यमंत्री के विदेश लौटते ही निगम मंडल नियुक्तियों को हरी झंडी मिल सकती है। चर्चा है कि जो सूची आ रही है,उसमें संगठन के पदाधिकारियों को ज्यादा महत्व दिया गया है। खासकर उन पदाधिकारियों को महत्व देने की बात आ रही है जिन्होंने बीजेपी के 15 साल के शासन में सड़क पर संघर्ष किया और पार्टी को जिंदा बनाए रहे। हालांकि निगम मंडल नियुक्तियों के संकेत मिलते ही कई नेता अपने दिग्गज वरिष्ठ नेताओं के जरिए पद पाने की कोशिशों में भोपाल और दिल्ली की परिक्रमा कर रहे हैं।


Conclusion:मध्य प्रदेश कांग्रेश के संगठन महामंत्री प्रशासन राजीव सिंह का कहना है कि निगम मंडल में राजनीतिक नियुक्ति का पूरा अधिकार मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को है। मैं समझता हूं कि इसके बारे में वह विचार कर रहे हैं। अभी हाल ही में प्रभारी महासचिव दीपक बाबरिया भी आए थे,उनसे भी चर्चा हुई थी। तो उम्मीद कर सकते हैं कि जल्दी ही निगम मंडल की नियुक्तियां होंगी।
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