ETV Bharat / state

'आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश' को लेकर मुख्यमंत्री ने ली बैठक, दिए उचित दिशा निर्देश - chief minister shivraj

प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रालय में आत्मनिर्भर संबंधी अधिकारियों की बैठक ली. जिसमें किसानों की स्थिति बेहतर बनाने पर जोर दिया गया.

chief-minister-took-a-meeting-regarding-self-reliant-madhya-pradesh-in-bhopal
आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश को लेकर मुख्यमंत्री ने ली बैठक
author img

By

Published : Jun 4, 2020, 9:41 AM IST

Updated : Jun 4, 2020, 10:02 AM IST

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि 'आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश' बनाने के लिए यथासंभव 'लोकल' का प्रयोग करें. भारत सरकार के आत्मनिर्भर भारत मिशन को मध्यप्रदेश की स्थानीय परिस्थितियों के अनुरूप चलाया जाए. विशेषज्ञों का समूह बनाकर उनके सुझावों के आधार पर 'आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश' की विस्तृत योजना बनाई जाए. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंत्रालय ने आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश संबंधी बैठक ली. बैठक में स्कूल ऑफ गुड गवर्नेंस के महानिदेशक आर.परशुराम, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी मौजूद रहे.

किसानों को सही दाम मिले

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रकार की योजना बनाई जानी चाहिए कि किसानों को उनके उत्पादों का सही दाम मिले. कृषि विपणन को बेहतर बनाए जाने की जरूरत है. किसान ऐसी फसल लें जो उन्हें अच्छी आमदनी दिलवाए. एग्रीकल्चर पैटर्न को बेहतर बनाया जाए. छोटे किसानों को अधिक से अधिक लाभ मिले. कोल्ड स्टोरेज की सुविधा बढ़े.

भारत सरकार के पैकेज का पूरा लाभ लें

मुख्यमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के अंतर्गत घोषित विशेष पैकेज का पूरा लाभ प्रदेश को दिलाने के लिए तत्परता से कार्य किया जाए. छोटे कारोबारियों के लिए 10 हजार के ऋण और उस पर 7 प्रतिशत ब्याज अनुदान योजना का लाभ उन्हें दिलाया जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश की वन संपदा, आदिवासी बहुलता को देखते हुए इस प्रकार की योजना बनाई जाए जो वन एवं आदिवासियों का विकास करे.

लोकल प्रोडक्ट्स को बढ़ावा दें

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश कि लोकल प्रोडक्ट्स जैसे चंदेरी साड़ियां, बाघ प्रिंट आदि को बढ़ावा दिया जाना चाहिए. गांव-गांव में छोटे एवं कुटीर उद्योग कैसे खड़े हो सकते हैं यह देखा जाए. प्रदेश में उद्योगों को बढ़ावा एवं नए उद्योगों की स्थापना के लिए सिंगल विंडो सिस्टम सही मायने में सिंगल विंडो बने. प्रदेश की आवश्यकता के अनुरूप अलग-अलग सेक्टर में उद्योग स्थापित किए जाएं.

ग्रामीण विकास की अवधारणा बदलें

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमें ग्रामीण विकास की अवधारणा को बदलना होगा. गांवों का विकास इस तरह किया जाना होगा, जिससे वहां ग्रामीणों की आवश्यकता के अनुरूप वस्तुओं का निर्माण हो और ग्रामीणों को शहर न जाना पड़े. गांवों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाओं का सुधार करना होगा, जिससे गांवों में ही अच्छी शिक्षा व अच्छी स्वास्थ्य सेवा मिल सके. गांवों के समूह बनाकर उनके बीच उच्च शैक्षणिक गुणवत्ता के विद्यालय खोले जाएं.

सुशासन संस्थान को आदर्श बनाएं

मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान को आदर्श बनाया जाए. यह सुशासन, नीति एवं योजनाएं बनाने में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाए. अलग अलग क्षेत्रों के देश-दुनिया के विशेषज्ञों की सेवाएं ली जाएं.

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि 'आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश' बनाने के लिए यथासंभव 'लोकल' का प्रयोग करें. भारत सरकार के आत्मनिर्भर भारत मिशन को मध्यप्रदेश की स्थानीय परिस्थितियों के अनुरूप चलाया जाए. विशेषज्ञों का समूह बनाकर उनके सुझावों के आधार पर 'आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश' की विस्तृत योजना बनाई जाए. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंत्रालय ने आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश संबंधी बैठक ली. बैठक में स्कूल ऑफ गुड गवर्नेंस के महानिदेशक आर.परशुराम, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी मौजूद रहे.

किसानों को सही दाम मिले

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रकार की योजना बनाई जानी चाहिए कि किसानों को उनके उत्पादों का सही दाम मिले. कृषि विपणन को बेहतर बनाए जाने की जरूरत है. किसान ऐसी फसल लें जो उन्हें अच्छी आमदनी दिलवाए. एग्रीकल्चर पैटर्न को बेहतर बनाया जाए. छोटे किसानों को अधिक से अधिक लाभ मिले. कोल्ड स्टोरेज की सुविधा बढ़े.

भारत सरकार के पैकेज का पूरा लाभ लें

मुख्यमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के अंतर्गत घोषित विशेष पैकेज का पूरा लाभ प्रदेश को दिलाने के लिए तत्परता से कार्य किया जाए. छोटे कारोबारियों के लिए 10 हजार के ऋण और उस पर 7 प्रतिशत ब्याज अनुदान योजना का लाभ उन्हें दिलाया जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश की वन संपदा, आदिवासी बहुलता को देखते हुए इस प्रकार की योजना बनाई जाए जो वन एवं आदिवासियों का विकास करे.

लोकल प्रोडक्ट्स को बढ़ावा दें

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश कि लोकल प्रोडक्ट्स जैसे चंदेरी साड़ियां, बाघ प्रिंट आदि को बढ़ावा दिया जाना चाहिए. गांव-गांव में छोटे एवं कुटीर उद्योग कैसे खड़े हो सकते हैं यह देखा जाए. प्रदेश में उद्योगों को बढ़ावा एवं नए उद्योगों की स्थापना के लिए सिंगल विंडो सिस्टम सही मायने में सिंगल विंडो बने. प्रदेश की आवश्यकता के अनुरूप अलग-अलग सेक्टर में उद्योग स्थापित किए जाएं.

ग्रामीण विकास की अवधारणा बदलें

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमें ग्रामीण विकास की अवधारणा को बदलना होगा. गांवों का विकास इस तरह किया जाना होगा, जिससे वहां ग्रामीणों की आवश्यकता के अनुरूप वस्तुओं का निर्माण हो और ग्रामीणों को शहर न जाना पड़े. गांवों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाओं का सुधार करना होगा, जिससे गांवों में ही अच्छी शिक्षा व अच्छी स्वास्थ्य सेवा मिल सके. गांवों के समूह बनाकर उनके बीच उच्च शैक्षणिक गुणवत्ता के विद्यालय खोले जाएं.

सुशासन संस्थान को आदर्श बनाएं

मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान को आदर्श बनाया जाए. यह सुशासन, नीति एवं योजनाएं बनाने में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाए. अलग अलग क्षेत्रों के देश-दुनिया के विशेषज्ञों की सेवाएं ली जाएं.

Last Updated : Jun 4, 2020, 10:02 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.