होशंगाबाद। Tokyo Olympics 2020 में भारत ने 41 साल बाद कांस्य पदक जीतकर इतिहास रचा है. इस इतिहास को रचने में होशंगाबाद के विवेक सागर ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. इटारसी के विवेक सागर भारतीय हॉकी टीम का हिस्सा रहे, हॉकी खिलाड़ी विवेक सागर का मध्यप्रदेश सरकार 12 अगस्त को सम्मान करेगी, सीएम शिवराज सिंह की मौजूदगी में मिंटो हाल में सम्मान समारोह का आयोजन किया जाएगा.
सागर के संघर्ष की कहानी: टूटी हॉकी से प्रैक्टिस कर भारत को दिलाया कांस्य पदक
अर्जेंटीना के साथ हुए क्वार्टर फाइनल मुकाबले में विवेक ने गोल दागकर भारत को सेमिफाइनल तक पहुंचाया था. विवेक की ओलंपिक तक पहुंचने की राह आसान नहीं थी. 7 साल की उम्र से विवेक ने टूटी हॉकी से खेलना तो शुरू कर दिया, लेकिन प्रैक्टिस के दौरान उनके कंधे की हड्डी टूट गई थी. जिसके बाद वे जूनियर वर्ल्ड कप से बाहर हो गए. विवेक ने इसके बाद भी हार नहीं मानी और आज देश के लिए पदक जीत लिया.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भारतीय ओलंपिक टीम के हिस्सा रहे मध्यप्रदेश के विवेक सागर और एमपी हॉकी अकादमी में ट्रेनिंग लेने वाले नीलाकांता को एक-एक करोड़ रुपए की प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा पहले ही कर चुके हैं.