भोपाल। मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने स्वरोजगार और कृषक उद्घमी योजना के तहत बेरजोगारों को मिलने वाले लोन पर रोक लगा दी है. योजना बंद करने बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सरकार पर निशाना साधा है. जिसपर अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पलटवार किया है. सीएम शिवराज का कहना है कि कमलनाथ ट्वीटकर सवाल कर रहे हैं, इनको तो अधिकार ही नहीं है क्योंकि यह तो बच्चों से ढोर चरा रहे थे और बैंड बजा रहे थे. हालांकि सीएम ने कहा है कि युवा उद्यमी और स्वरोजगार योजनाओं में विसंगतियां पाए जाने के बाद बंद किया गया है. इस योजना को रीडिजाइन कर जल्द ही सरकार नए स्वरूप में पेश करेगी.
शिवराज सिंह चौहान ने किया कमलनाथ पर पलटवार
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि कमलनाथ ने तो योजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया था. बता दें कि आज तक कितने युवाओं को इन्होंने पैसे दिए. जिन्होंने युवाओं को तबाह कर दिया आज वह सवाल पूछ रहे है. सीएम का कहना है कि योजना बंद नहीं की गई है, योजना के परिवर्तन पर विचार चल रहा है.
'विसंगतियों के चलते बंद की गई योजनाएं'
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना और मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना की समीक्षा के दौरान कई विसंगतियां सामने आई थी. इस योजना के जरिए जिन लोगों को लाभ मिलना चाहिए था वहां तक इसका फायदा नहीं पहुंच रहा था. संपन्न लोग ही इस योजना का लाभ ले रहे थे. इसके बाद इनको फिलहाल के लिए बंद कर दिया गया है. सरकार ने इस योजना को रीडिजाइन करने का फैसला किया है. जल्द ही ये योजनाएं नए स्वरूप में लाई जाएंगी. तय किया गया है कि इन योजनाओं के तहत छोटे-छोटे कामों के लिए आर्थिक मदद लोगों को दी जाएगी.
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कमलनाथ के ट्वीटकर मुख्यमंत्री पर साधा था निशाना
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा है कि शिवराज सरकार किसान विरोधी होने के साथ-साथ युवा और रोजगार विरोधी भी है. अपने 15 वर्ष के शासनकाल में भी युवाओं को रोजगार देने को लेकर कुछ नहीं किया और वर्तमान सरकार में भी रोजगार वाली योजनाओं को बंद कर रही.
कमलनाथ का कहना है कि मुख्यमंत्री कृषि उद्यमी योजना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के तहत बड़ी संख्या में युवाओं को ऋण मिलने के साथ- साथ अनुदान व सब्सिडी भी मिलती थी. बड़ी शर्मनाक बात है कि जो प्रकरण स्वीकृत हो चुके हैं, उनके भी आवेदन रोकने का निर्णय लिया गया है .
शिवराज सरकार का आदेश
मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने स्वरोजगार और कृषक उद्घमी योजना के तहत बेरजोगारों को मिलने वाले लोन पर रोक लगा दी है. इसके साथ ही सभी बैंकों को निर्देश दिए गए है कि योजना के तहत लोन देने के कार्य को बंद किया जाए, जो लोन स्वीकृत हो चुके हैं उसे भी नहीं देने के निर्दश दिए गए हैं. सीएम युवा उद्घमी और युवा स्व-रोजगार योजना पोर्टल पर भी इसको लेकर जानकारी दी जा रही है. पोर्टल पर लिखा है कि अगले आदेश तक आवेदन प्रक्रिया बंद कर दी गई है.