इंदौर। कोरोना वायरस के खतरे के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार को इंदौर पहुंचे. ज्योतिरादित्य सिंधिया पर लगातार सवाल उठाने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पहली बार खुलकर ज्योतिरादित्य सिंधिया के पक्ष में मोर्चा संभालते हुए कांग्रेस पर तीखा पलटवार किया है.
आर्थिक राजधानी में सोमवार को कोरोना की समीक्षा के लिए इंदौर पहुंचे शिवराज सिंह चौहान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सिंधिया को लेकर जारी बयानबाजी के सवाल पर पलटवार करते हुए कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया पहले ही चेता रहे थे कि ठीक से काम करो, जनता से किए वादे पूरे करो, तो उन्हें कहा जाता था जो करना हो कर लो सड़क पर उतरना है उतर जाओ, क्या किसी लोकप्रिय पार्टी के नेता से इस तरह का ट्रीटमेंट किया जाता है.
सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि कमलनाथ सरकार के 15 महीने के कार्यकाल में मंत्रालय दलालों का अड्डा बन चुका था. यहां मंत्री और एमएलए मुख्यमंत्री से मिल नहीं पाते थे, इसलिए कांग्रेस के लोगों ने ही सरकार को बदलने का काम किया. उन्होंने दिग्विजय सिंह पर सवाल उठाते हुए कहा की दिग्विजय सिंह बताएं कि उन्होंने कमलनाथ को धोखे में क्यों रखा ?
इस दौरान शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कमलनाथ को धोखे में रखकर दिग्विजय सिंह बहुमत की छाती पीटते थे, साथ ही कहा जो लोग 15 महीने की सरकार से परेशान हो गए, उन्होंने ही धोखे की सरकार को बदलने के लिए कमलनाथ सरकार को सबक सिखाया. उन्होंने कहा कि किसानों से किए वादे सरकार ने पूरे नहीं किए. 15 महीनों की सरकार धोखे की सरकार थी. जिसने मध्य प्रदेश को लूटने, तबाह और बर्बाद करने का काम किया है.