भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार ने वैक्सीनेशन (vaccination) की प्रक्रिया में कुछ बदलाव किए गए हैं. शासन द्वारा जारी निर्देशों के मुताबिक, अब संभावित 'उच्च जोखिम समूह' का कोविड-19 वैक्सीनेशन नई योजना के तहत प्राथमिकता से किया जाएगा. शासन ने यह फैसला 'लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय मध्यप्रदेश' के मंत्री समूह की 27 मई को हुई बैठक के बाद लिया है. प्रदेश में कोरोना महामारी पर प्रभावी ढंग से नियंत्रण करने के लिए एक लिस्ट तैयार की जा रही है जिसमें उन लोगों को शामिल किया जाएगा जिन्हें कोरोना संक्रमण से ज्यादा खतरा है.
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- ये लोग हैं उच्च जोखिम समूह में शामिल
सरकार के निर्देशों के मुताबिक, उच्च जोखिम समूह में उचित मूल्य दुकानों के विक्रेता, गैस सिलेंडर सप्लाई करने वाले लोग, पेट्रोल पंप पर काम करने वाले, घरों में काम करने वाली महिलाएं, किराना दुकान व्यापारी, सब्जी मंडी के विक्रेता, हाथ-ठेला चालक, सुरक्षा गार्ड, दूधवाले, वाहन चालक, साइट मजदूर, मॉल, होटल, रेस्टोरेंट में कार्यरत लोग, शिक्षक, केमिस्ट, बैंकर, हेयर सलून वर्कर्स को शामिल किया गया है. सरकार द्वारा इन सभी लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित किया जाएगा और इन्हें प्राथमिकता से कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी.
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- 100% ऑन साइट रजिस्ट्रेशन
सरकार उच्च जोखिम समूह में आने वाले सभी लोगों को प्राथमिक आधार पर वैक्सीनेशन करने के साथ इनके लिए 100% ऑन साइट रजिस्ट्रेशन कराने का आदेश दिया है, ताकि ये लोग जल्द अपना टीकाकरण कर सके. वहीं, शासन द्वारा इससे संबंधित आदेश सभी कलेक्टरों को भेज दिया गया है.