भोपाल। मध्यप्रदेश सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विभाग के सचिव पी नरहरि ने प्रदेश में मजबूत इको सिस्टम विकसित करने के लिए पूरी टीम को बधाई दी है. बता दें कि मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्टार्टअप के क्षेत्र में सराहनीय कदम उठाये गये हैं. जिनमें प्रदेश के उच्च शिक्षा संस्थानों में स्टार्टअप जागरूकता के लिए प्रभावकारी तंत्र विकसित करना, इन्टरेक्टिव पोर्टल का निर्माण तथा स्टार्टअप एवं निवेशकों के मध्य बैठकें आयोजित करना शामिल है. मध्यप्रदेश शासन ने फरवरी 2022 में अपनी नई मध्यप्रदेश स्टार्टअप नीति एवं कार्यान्वयन योजना 2022 लागू की थी, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा वर्चुअली किया गया था.
स्टार्टअप पुरस्कार 2023 के रिजल्ट : मई 2022 माह में इन्दौर में एक भव्य स्टार्टअप कान्कलेव का आयोजन किया गया. उक्त नई नीति के फलस्वरूप राज्य में डीपीआईआईटी मान्यता प्राप्त स्टार्टअप की संख्या एक साल ग्यारह महीने में ही 108% से अधिक बढ़ गई है. इस उपलब्धि पर केंद्र सरकार के उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा मध्यप्रदेश को स्टार्टअप रैकिंग 2022 मे "लीडर" अवार्ड दिया गया. मंगलवार को भारत मंडपम, प्रगति मैदान, नई दिल्ली में हुए कार्यक्रम में राज्यों की स्टार्टअप रैकिंग 2022 और राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार 2023 के परिणाम घोषित किए गए.
ये खबरें भी पढ़ें... |
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने सौंपा अवार्ड : भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा कपड़ा मंत्रालय पीयूष गोयल ने मध्यप्रदेश एमएसएमई विभाग के संचालक रोहित सिंह को यह अवार्ड प्रदान किया. वहीं, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विभाग के सचिव पी नरहरि ने कहा है कि मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्टार्टअप के क्षेत्र में सराहनीय कदम उठाये गये हैं.