इंदौर। शहर के सुपर कॉरिडोर (Indore Super Corridor) पर मंगलवार को एक भीषण सड़क हादसा हुआ. यहां करीब 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही एक कार अनियंत्रित होकर पलट गई और कार सवार घायल हो गए. यह हादसा इतना भयानक था कि कार की हालत देखकर अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है कि इसमें सवार लोगों की जान बच पाई हो. जानकारी के मुताबिक, हादसे के वक्त कार में 4 लोग सवार थे और चारों को इस दुर्घटना में हल्की चोटें आई है.
- एयरबैग ने बचाई जान
इंदौर के सुपर कॉरिडोर पर हुए इस हादसे में कार डिवाइडर तोड़कर सड़क की दूसरी साइड पहुंच गई थी. कार सवार और इसके तीनों दोस्त कॉलेज स्टूडेंट हैं और हादसे की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. इस भीषण हादसे के बाद भी कार सवार चारों की जान बच गई इसका कारण कार में लगे एयरबैग हैं. कार में एयरबैग होने के कारण चारों को हल्की चोटें आई हैं.
- क्या होते हैं एयरबैग?
कार में एयरबैग काफी महत्वपूर्ण होता है. कभी भी सड़क दुर्घटना के वक्त यह आपकी जान बचा सकता है. दुनिया के अधिकांश देशों में इसको आवश्यक कर दिया है. भारत में भी सभी कार निर्माताओं के लिए कार में एबीएस (ABS) के साथ एयरबैग (airbag) देना अनिवार्य है. एबीएस, ब्रेक इत्यादि की तरह ही एयरबैग कार में लगा एक सेफ्टी फीचर है. यह कार के कई हिस्सों में लगा हो सकता है. कभी भी हादसे होने पर एबीएस एक सुरक्षा कवच की तरह काम करते हैं.
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- गाड़ियों में कई तरह के लग रहे एयरबैग
आज-कल जो गाड़ियां बन रही हैं उनमें कई तरह के एयरबैग लगे रहते हैं. यह कार के कई हिस्सों में लगे होते हैं. ये एयरबैग स्टियरिंग व्हील, दरवाजे, डैशबोर्ड, छत इत्यादि में लगे हो सकते हैं.
- कैसे बनते हैं एयरबैग
एयरबैग कॉटन का बना होता है और इस पर सिलिकॉन की कोटिंग की जाती है. हादसों के समय जब यह फूलता है तो उस वक्त उसमें नाइट्रोजन गैस भर जाती है.
- ऐसे काम करता है एयरबैग
जब कार कभी भी अचानक दुर्घटनाग्रस्त होती है तब उसके टकराने की स्पीड के मुताबिक ही कार का एयरबैग खुलता है. किसी भी चीड से टकराने पर कार का सर्किट एक्सिलेरोमीटर एक्टिव हो जाता है और सर्किट एक इलेक्ट्रिकल करेंट भेजता है जिससे आगे लगा सेंसर एयरबैग को सिगनल देता है. जिसके बाद 1- सेकेंड से भी कम समय में लगभग 300 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बंद एयरबैक फूलता है. सीट बेल्ट और एयरबैग का सीधा संबंध होता है. एयरबैग खुलने के लिए जरुरी है कि घटना के वक्त वाहन पर सवार सीट बेल्ट पहने हो. इसलिए इसका फायदा पाने के लिए सीट बेल्ट पहनना जरुरी है.