भोपाल। प्रदेश में सक्रिय भू-माफियाओं, गुंडों के खिलाफ अभियान लगातार जारी है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने साफ निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में सक्रिय सफेदपोश माफियाओं, गुंडों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाए और ऐसे लोगों की आर्थिक कमर तोड़ दी जाए. ताकि प्रदेश में यह फिर सिर न उठा सकें. मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रदेश भर में लगातार कार्रवाई जारी है. पिछले 9 माह के दौरान प्रदेश में 7864 करोड़ कीमत की भूमि गुंडे-बदमाशों के कब्जे से मुक्त कराई गई है. कार्रवाई को लेकर मुख्यमंत्री आधा दर्जन जिलों के अधिकारियों की पीठ भी थपथपा चुके हैं.
इन जिलों में हुई सबसे ज्यादा कार्रवाई
भू-माफियाओं और गुंडा तत्वों के खिलाफ सबसे ज्यादा कार्रवाई इंदौर एवं भोपाल जिले में हुई है. एक दिन पहले राजधानी की मिंटो हॉल में पुलिस विभाग के कार्यक्रम में भी मुख्यमंत्री ने पिछले दिनों इंदौर में की गई कार्रवाई की तारीफ करते हुए कहा था कि अवैध कमाई से खड़ी की गई अवैध बिल्डिंग को गिरा कर मसल्स पावर दिखाने वाले ऐसे बदमाशों की आर्थिक कमर तोड़ी जा रही है. इससे अपराधी फिर अपना सिर नहीं उठा पाएंगे. इंदौर के अलावा भोपाल, टीकमगढ़, खरगोन, देवास, पन्ना, बड़वानी और रायसेन जिलों में भी जमकर कार्रवाई हुई है. असामाजिक तत्वों के खिलाफ पुलिस और प्रशासन द्वारा मिलकर सख्त कार्रवाई की जा रही है. मुख्यमंत्री ऐसे मामलों में राजनीतिक सिफारिशों को नजरअंदाज करने और पुलिस प्रशासन को फ्री हैंड दे चुके हैं. यही वजह है कि इस तरह के नतीजे सामने आ रहे हैं.
430 आरोपियों के खिलाफ की गई कार्रवाई
प्रदेश की सत्ता में वापस आने के बाद से ही बीजेपी सरकार ने माफियाओं के खिलाफ सख्ती बढ़ा दी है. सरकार साफ संदेश देना चाहती है कि अपराधियों के खिलाफ सरकार सख्त है और ऐसे लोगों को छोड़ा नहीं जाएगा. अप्रैल माह से नवंबर के बीच ऐसे अपराधियों के खिलाफ 62 मामले पंजीबद्ध किए गए और 430 आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है.
इन आरोपियों के कब्जे से 547 हेक्टेयर सरकारी जमीन मुक्त कराई गई है. हालांकि माफियाओं पर कार्रवाई के मामले में दो दर्जन जिलों में रफ्तार धीमी है. बालाघाट, निवाड़ी, राजगढ़, नरसिंहपुर, विदिशा, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, भिंड, विदिशा, अलीराजपुर, खरगोन, होशंगाबाद, ग्वालियर, आगर मालवा, उज्जैन, छिंदवाड़ा, धार, रतलाम, शाजापुर, कटनी, मंडला, सीधी और अनूपपुर में अपेक्षाकृत कम कार्रवाई हुई है.