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छात्रों ने आपदा को अवसर में बदला, तैयार किया सेनिटाइजर लिक्विड, अब करेंगे स्टार्टअप - Bss college student sanitizer liquid

भोपाल के बीएसएस कॉलेज के छात्रों ने लॉकडाउन के दौरान सेनिटाइजर लिक्विड बनाया है. अब छात्र इसके कॉमर्शियल यूज के लिए स्टार्टअप शुरू करने वाले हैं.

Sanitizer liquid
सेनिटाइजर लिक्विड
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Published : Jul 16, 2020, 9:21 PM IST

भोपाल। कोरोना संक्रमण के चलते तमाम शैक्षणिक संस्थान बंद हैं. स्टूडेंट्स कोरोना काल के बीच तरह-तरह की गतिविधियां कर रहे हैं. कोरोना से लड़ने के हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं. इसी कड़ी में राजधानी के बीएसएस कॉलेज के छात्रों ने सेनिटाइजर लिक्विड बनाया है. छात्र इसके कॉमर्शियल उपयोग के लिए अब इसका स्टार्टअप करने जा रहे हैं. छात्रों की मदद के लिए कॉलेज उन्हें हर तरह की मदद भी कर रहा है.

छात्रों ने बनाया सेनिटाइजर लिक्विड

ऐसे आया आइडिया

छात्रों ने बताया कि कोविड 19 कि स्थिति में मार्केट में सेनिटाइजर बहुत महंगे दाम में बिक रहे थे. जिसे देखते हुए स्टूडेंट्स ने केमिस्ट्री विभाग की प्रोफेसर वंदना से इस बारे में डिस्कस किया और फिर सेनिटाइजर बनाने पर काम चालू किया.

प्रिंसिपल जॉन पीजे

सेनिटाइजर को प्योर बनाने के लिए इसमें 70 फीसद एल्कोहल का इस्तेमाल किया गया है. जब सेनिटाइजर तैयार हुआ तब छात्रों ने कॉलेज के प्रिंसिपल के सामने स्टार्टअप की बात रखी ओर कॉलेज से मंजूरी मिलने के बाद अब छात्र बड़ी संख्या में सेनिटाइजर तैयार कर रहे हैं. जिसके लिए कॉलेज छात्रों की आर्थिक मदद भी कर रहा है.

कॉलेज के प्रोफसर ने की पूरी मदद

केमिस्ट्री विभाग की प्रोफेसर जिन्होंने छात्रों की सेनिटाइजर तैयार करने में मदद की है. उन्होंने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि छात्रों के अंदर उत्सुकता थी कि इस कठिन परिस्थिति में लोग एक दूसरे की मदद के लिए आगे आ रहे हैं, तो उन्हें भी कुछ करना चाहिए.

ऐसे में हमने सोचा जो सेनिटाइजर मार्केट में अधिक दाम में बिक रहे हैं, इनकी पहुंच आम लोगों तक कैसे बनाई जाए, वो कम से कम दाम पर. लिहाजा उन्होंने सेनिटाइजर लिक्विड बनाने का फैसला किया. लॉकडाउन के बीच सेनिटाइजर तैयार किया गया. जिसका स्टार्टअप अब जल्द शुरू करेंगे. प्रोफेसर ने बताया कि सेनिटाइजर के स्टार्टअप से छात्रों को कॉलेज में ही रोजगार मिलेगा. कई छात्र कॉलेज में ही इंटर्नशिप कर सकेंगे.

कॉलेज प्रबंधन का भी मिला साथ

पीआरओ मंजू शर्मा ने बताया कि कोरोना काल में संक्रमण से बचाव संबंधी उपायों पर छात्र शोध कर रहे हैं. इसके लिए कॉलेज के साइंस विभाग के छात्रों ने ई-लाइब्रेरी, ऑनलाइन जर्नल्स के साथ केमेस्ट्री प्रोफेसर डॉ वंदना यादव के दिशा निर्देश में एल्कोहलिक और नॉन एल्कोहलिक सेनिटाइजर बनाए हैं.

एल्कोहलिक सेनिटाइजर में 70 फीसदी इथेनॉल, ग्लिसरीन, एलोवेरा, रोजवॉटर के साथ एसेंशियल ऑयल जैसे सिनेमन ऑयल का उपयोग किया गया है, तो दूसरे फॉर्मूलेशन में 75 फीसदी आइसोप्रोपेनॉल और एल्कोहल के साथ रोज वाटर का इस्तेमाल किया है.

कॉलेज प्रिंसिपल ने हर संभव मदद का दिया आश्वासन

कॉलेज के प्रिंसिपल जॉन पीजे ने बताया कि छात्रों ने लॉकडाउन के बीच कॉलेज के केमिस्ट्री विभाग के साथ मिलकर सेनिटाइजर तैयार किया है. कॉलेज ने सेनिटाइजर की प्यूरिटी चेक कराई है. छात्र अब इसका स्टार्टअप करना चाहते हैं. जिसके लिए कॉलेज की तरफ से उन्हें हर तरह की मदद दी जाएगी.

भोपाल। कोरोना संक्रमण के चलते तमाम शैक्षणिक संस्थान बंद हैं. स्टूडेंट्स कोरोना काल के बीच तरह-तरह की गतिविधियां कर रहे हैं. कोरोना से लड़ने के हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं. इसी कड़ी में राजधानी के बीएसएस कॉलेज के छात्रों ने सेनिटाइजर लिक्विड बनाया है. छात्र इसके कॉमर्शियल उपयोग के लिए अब इसका स्टार्टअप करने जा रहे हैं. छात्रों की मदद के लिए कॉलेज उन्हें हर तरह की मदद भी कर रहा है.

छात्रों ने बनाया सेनिटाइजर लिक्विड

ऐसे आया आइडिया

छात्रों ने बताया कि कोविड 19 कि स्थिति में मार्केट में सेनिटाइजर बहुत महंगे दाम में बिक रहे थे. जिसे देखते हुए स्टूडेंट्स ने केमिस्ट्री विभाग की प्रोफेसर वंदना से इस बारे में डिस्कस किया और फिर सेनिटाइजर बनाने पर काम चालू किया.

प्रिंसिपल जॉन पीजे

सेनिटाइजर को प्योर बनाने के लिए इसमें 70 फीसद एल्कोहल का इस्तेमाल किया गया है. जब सेनिटाइजर तैयार हुआ तब छात्रों ने कॉलेज के प्रिंसिपल के सामने स्टार्टअप की बात रखी ओर कॉलेज से मंजूरी मिलने के बाद अब छात्र बड़ी संख्या में सेनिटाइजर तैयार कर रहे हैं. जिसके लिए कॉलेज छात्रों की आर्थिक मदद भी कर रहा है.

कॉलेज के प्रोफसर ने की पूरी मदद

केमिस्ट्री विभाग की प्रोफेसर जिन्होंने छात्रों की सेनिटाइजर तैयार करने में मदद की है. उन्होंने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि छात्रों के अंदर उत्सुकता थी कि इस कठिन परिस्थिति में लोग एक दूसरे की मदद के लिए आगे आ रहे हैं, तो उन्हें भी कुछ करना चाहिए.

ऐसे में हमने सोचा जो सेनिटाइजर मार्केट में अधिक दाम में बिक रहे हैं, इनकी पहुंच आम लोगों तक कैसे बनाई जाए, वो कम से कम दाम पर. लिहाजा उन्होंने सेनिटाइजर लिक्विड बनाने का फैसला किया. लॉकडाउन के बीच सेनिटाइजर तैयार किया गया. जिसका स्टार्टअप अब जल्द शुरू करेंगे. प्रोफेसर ने बताया कि सेनिटाइजर के स्टार्टअप से छात्रों को कॉलेज में ही रोजगार मिलेगा. कई छात्र कॉलेज में ही इंटर्नशिप कर सकेंगे.

कॉलेज प्रबंधन का भी मिला साथ

पीआरओ मंजू शर्मा ने बताया कि कोरोना काल में संक्रमण से बचाव संबंधी उपायों पर छात्र शोध कर रहे हैं. इसके लिए कॉलेज के साइंस विभाग के छात्रों ने ई-लाइब्रेरी, ऑनलाइन जर्नल्स के साथ केमेस्ट्री प्रोफेसर डॉ वंदना यादव के दिशा निर्देश में एल्कोहलिक और नॉन एल्कोहलिक सेनिटाइजर बनाए हैं.

एल्कोहलिक सेनिटाइजर में 70 फीसदी इथेनॉल, ग्लिसरीन, एलोवेरा, रोजवॉटर के साथ एसेंशियल ऑयल जैसे सिनेमन ऑयल का उपयोग किया गया है, तो दूसरे फॉर्मूलेशन में 75 फीसदी आइसोप्रोपेनॉल और एल्कोहल के साथ रोज वाटर का इस्तेमाल किया है.

कॉलेज प्रिंसिपल ने हर संभव मदद का दिया आश्वासन

कॉलेज के प्रिंसिपल जॉन पीजे ने बताया कि छात्रों ने लॉकडाउन के बीच कॉलेज के केमिस्ट्री विभाग के साथ मिलकर सेनिटाइजर तैयार किया है. कॉलेज ने सेनिटाइजर की प्यूरिटी चेक कराई है. छात्र अब इसका स्टार्टअप करना चाहते हैं. जिसके लिए कॉलेज की तरफ से उन्हें हर तरह की मदद दी जाएगी.

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