भोपाल। बुंदेलखंड की कला और संस्कृति ने पूरी दुनिया में लोहा मनवाया है. दूसरी तरफ बुंदेलखंड से निकले कलाकार भी इसी कला संस्कृति में पल बढ़कर बॉलीवुड में अपना नाम कमा रहे हैं. हम ऐसी ही एक बहुमुखी प्रतिभा से आपका परिचय करा रहे हैं, जिन्होंने सिर्फ विज्ञापन की दुनिया में ही नहीं, बल्कि सिनेमा जगत में अपनी एक अलग पहचान बनाई है. हम बात कर रहे हैं सागर के सचिन नायक की, जो फिल्म और विज्ञापन की दुनिया में एक अलग मुकाम बनाने में जुटे हुए हैं. उन्होंने इरफान खान के साथ काम किया है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने निर्देशन की प्रतिभा का लोहा मनवाने वाली मीरा नायर की एक शॉर्ट फिल्म में भी काम किया है.
कई फिल्मों में किया काम
इसके अलावा कमर्शियल फिल्मों में शाहरुख खान, अक्षय कुमार और अजय देवगन जैसे कलाकारों के साथ काम करने का मौका मिला है. खास बात ये है कि फिल्मों के अलावा सचिन नायक ने विज्ञापन की दुनिया में भी नाम कमाया है. सचिन अभी तक करीब डेढ़ सौ विज्ञापन में काम कर चुके हैं, जिसने 21वीं सदी के टॉप 10 विज्ञापनों में स्थान हासिल किया था. सचिन नायक इन दिनों इसलिए चर्चा में हैं, क्योंकि उनकी कॉमेडी थ्रिलर फिल्म 'लूटकेस' 31 जुलाई को रिलीज हुई है. जिसमें वो अहम भूमिका में हैं. सचिन नायक ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. जिसमें उन्होंने विज्ञापन और फिल्मों की दुनिया के सफर के अलावा बॉलीवुड में चल रहे विवाद को लेकर बेबाक राय रखी.
लूटकेस फिल्म में अहम भूमिका
हाल ही में 31 जुलाई को सचिन नायक लूटकेस फिल्म रिलीज हुई है. इस फिल्म में सचिन नायक एक ऑटो ड्राइवर का किरदार निभा रहे हैं. इस फिल्म का नाम लूटकेस सूटकेस से पड़ा है. यह एक कॉमेडी थ्रिलर फिल्म है और सचिन नायक का दावा है कि लंबे अरसे के बाद इतनी अच्छी कॉमेडी फिल्म आई है. इस फिल्म में उनका एक तरह से अहम रोल है और फिल्म में मुख्य भूमिका में कुणाल खेमू हैं.
विज्ञापनों और फिल्मी दुनिया के अपने सफर के बारे में सचिन नायक बताते हैं कि फीचर फिल्म तो काफी की हैं. जिसमें एक फिल्म "सिद्धार्थ द प्रिजनर" थी.उसमें रजत कपूर के साथ मुख्य भूमिका थी.इस फिल्म को आस्ट्रेलिया में ग्रैंड ज्यूरी अवार्ड भी मिला,जो भारत के लिए बड़ी बात थी. इसके अलावा इरफान खान के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर की जानी-मानी डायरेक्टर मीरा नायर के साथ उनकी शॉर्ट फिल्म माइग्रेशन में काम किया है. इसके अलावा ' फैन ' फिल्म में शाहरुख खान, स्पेशल 26 में अक्षय कुमार और सिंघम रिटर्न में अजय देवगन के साथ भी काम किया है.
कई दूसरी फिल्में जैसे डेयरिंग, निरंकुश और बात बन गई है में अली फैजल के साथ गुलशन ग्रोवर के साथ भी काम किया है. एक मशहूर विज्ञापन हैप्पीडेंट व्हाइट 2005-2006 में आया था,इस विज्ञापन में उनकी मुख्य भूमिका थी.
नेपोटिज्म पर बेबाक राय
फिल्मी दुनिया में लगातार संघर्ष कर रहे सचिन नायक इन दिनों नेपोटिज्म के मुद्दे को लेकर बेबाक राय रखते हैं. खासकर सुशांत सिंह के मामले में उनका कहना है कि मुझे ऐसा लगता है कि जो लोग फ्री बैठे हैं, उनका ये फितूर है. कोई भी कलाकार आत्महत्या करता है. हिंदुस्तान में कितने लोग भूख से आत्महत्या करते हैं. सुशांत सिंह के पास फिल्म इंडस्ट्री में क्या नहीं था? ऐसा नहीं हो सकता कि वो शख्स भगवान बन जाए. भगवान बनना है, तो मेहनत करें. हम लोग हैं, हम लोगों के पास काम रहता है और कई दिनों तक नहीं रहता है. इसका यह मतलब थोड़ी ना है कि हम लोग आत्महत्या कर लें.
हजारों लोग सड़क पर मर जाते हैं. मुझे नहीं लगता है कि इसमें कोई बड़ी बात होगी, मीडिया को भी इतना महत्व नहीं देना चाहिए. यह सामान्य सी बात है,उसने आत्महत्या की है. कोई बड़ा काम नहीं किया है. आपको चुनौतियों का सामना करना चाहिए,आज आपको जो मुकाम हासिल हुआ है,वह भी इंडस्ट्री के कारण हुआ है. तब आपको नेपोटिज्म नजर नहीं आया. वह जो शख्स था, एक अच्छा इंसान था. वह इस दुनिया से चला गया, उसके बाद मुझे नहीं लगता है कि यह करना चाहिए. ये वो लोग हैं, जिनकी स्थिति बड़ी बदहाल है और अपनी बदहाली का ठीकरा किसी और पर थोपना चाहते हैं.
जहां तक आप सफल होते हैं तो उसकी कोई वजह भी होती है.मैं इस तरह नहीं मानता हूं कि उसकी आत्मा की शांति के लिए हमें उसकी फिल्म देखना चाहिए, सराहना चाहिए, उसे धन्यवाद करें कि एक अच्छा कलाकार हमारे बीच था.कोशिश करें कि आगे से इस तरह की घटना न हो.