भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा था कि यदि मोहन भागवत गांधी के विचारों पर चलने लगें, तो देश में मॉब लिंचिंग खत्म हो जाएगी. इस पर बीजेपी विधायक ने पलटवार करते हुए कहा कि है कि दिग्विजय सिंह उस समय कहां थे जब बंटवारे के समय लाहौर और करांची से ट्रेनों में लाशें आती थीं.
वहीं विधायक शर्मा ने दिग्विजय सिंह को नसीहत देते हुए कहा है कि वो कुछ दिन पाकिस्तान में रहकर आएं और अपने साथ स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती को भी ले जाएं. कराची में उनके प्रवचन कराएं तब समझ में आएगा की मॉब लिंचिंग क्या होती है. दशहरे के मौके पर मोहन भागवत ने स्वयं सेवकों को संबोधित करते हुए उन्होंने एक बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि 'भीड़ हत्या' (लिंचिंग) पश्चिमी तरीका है और देश को बदनाम करने के लिए भारत के संदर्भ में इसका इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए.
उनके इस बयान पर दिग्विजय सिंह ने कहा था कि मोहन भागवत गांधी के विचारों पर चलने लगें, तो देश में मॉब लिंचिंग खत्म हो जाएगी और कभी इस तरह की समस्या देश में उत्पन्न नहीं होगी.
ये पहला मौका नहीं है, जब दिग्विजय सिंह ने RSS के नेताओं पर कोई टिप्पणी की है. दिग्विजय पहले भी कई बार RSS और बीजेपी के नेताओं को मॉब लिंचिंग के लिए जिम्मेदार ठहरा चुके हैं.