भोपाल। मध्य प्रदेश में संपन्न हुए 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के परिणाम के लिए अभी तीन दिन शेष हैं, लेकिन मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार जहां अपनी सरकार बचाए रखने की जद्दोजहद में जुटी हुई है, तो दूसरी तरफ कांग्रेस को अपने कुनबे की चिंता सता रही हैं. बीजेपी लगातार दावा कर रही हैं कि कांग्रेस के कई विधायक उनके संपर्क में हैं, तो दूसरी तरफ कांग्रेस अपने विधायकों को बचाने की जद्दोजहद कर रही हैं. मध्य प्रदेश की राजनीति में कुल मिलाकर फिर खरीद-फरोख्त और दल बदल के आसार नजर आ रहे हैं.
सरकार बचाने की जद्दोजहद में जुटी बीजेपी !
दरअसल 3 नवंबर को 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान हुआ है और उपचुनाव के दूसरे पहर में जिस तरह से लोगों ने बढ़-चढ़कर मतदान किया है. उसके बाद जहां बीजेपी संशय की स्थिति में हैं, तो वहीं कांग्रेस सभी सीटों पर जीत का दावा कर रही है. ऐसी स्थिति में बीजेपी और कांग्रेस के बीच मतगणना के पहले ही शह और मात का खेल शुरू हो गया है. बीजेपी सरकार के मंत्री जहां निर्दलीय और अन्य दलों के विधायकों से संपर्क साध रही है, तो बीजेपी के नेता यह दावा करते हुए नजर आ रहे हैं कि कांग्रेस के कई विधायक अभी भी उनके संपर्क में हैं. दूसरी तरफ कांग्रेस यह कहती हुई नजर आ रही है कि इस उपचुनाव में प्रदेश की जनता ने तोड़फोड़ की राजनीति को खारिज कर दिया है, और अगर बीजेपी ऐसा करती है. तो मध्य प्रदेश को कलंकित करने के साथ बीजेपी की प्रतिष्ठा को नष्ट करने वाला कदम होगा.
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बीजेपी में आकर भविष्य सुरक्षित करना चाहते हैं विधायक
पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक रामपाल सिंह का कहना है कि कांग्रेस का भविष्य बचा नहीं है. सब लोग अच्छी तरह से समझ गए हैं. मध्यप्रदेश का बच्चा- बच्चा समझ गया है कि कांग्रेस का कोई भविष्य नहीं है. कांग्रेस के काफी विधायक बीजेपी में शामिल हुए. आगे भी जो स्थिति बन रही है, वह भाजपा में आकर भविष्य सुरक्षित चाहते हैं. जनप्रतिनिधि भी क्षेत्र का विकास चाहते हैं. विकास भी जो मध्य प्रदेश में अपने क्षेत्र में कराना चाहते हैं. वह मुख्यमंत्री और सरकार के माध्यम से होगा, इसलिए जो क्षेत्र के विकास में रुचि रखते हैं, उनकी पूरी इच्छा है कि हम लोग सरकार के साथ रहे और विकास करें.
'हम सभी सीटें जीत रहे हैं'
रामपाल सिंह का कहना है कि हमें अभी किसी ऑपरेशन की कोई जरूरत नहीं है, सब कुछ ठीक हो गया है. सरकार पूरी तरह चल रही है. मध्य प्रदेश में विकास के काम कर रहे हैं. 28 सीटों पर विजय हासिल हो रही है, इसलिए हम समझ गए हैं कि इन सब चीजों की जरूरत नहीं थी. फिर भी कोई परिस्थिति आएगी, तो हमारा शीर्ष नेतृत्व मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष जो निर्णय लेंगे. हम उनके निर्देशों का पालन करेंगे.
जनता ने तोड़फोड़ की राजनीति को किया खारिज
मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता का कहना है कि तोड़फोड़ की राजनीति को जनता इस चुनाव में खारिज कर रही है. यदि भाजपा यह हथकंडा अपनाती है, तो निश्चित रूप से यह मध्य प्रदेश को कलंकित करने वाला होगा, और बीजेपी की समूची प्रतिष्ठा को नष्ट करने वाला होगा. यह सिद्ध करेगा कि भाजपा को सत्ता की भूख में प्रदेश को बेंचने से नहीं चूकेंगे. यह जनता के पैसों की लूट से विधायकों की खरीद-फरोख्त का काम किया जाता है.
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टिकाऊ टिकाऊ रहता है, बिकाऊ बिकाऊ होता है
इन सब परिस्थितियों को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का कहना है कि टिकाऊ टिकाऊ होता है, और बिकाऊ बिकाऊ होता है. आगे देखते है कि क्या होता है.