भोपाल: देश की आजादी के लिए स्वतंत्रता सैनानियों के नेतृत्व में आंदोलन और विद्रोह हुए हैं. स्वतंत्रता के आंदोलन में एक अनुमान के मुताबिक 13 हजार से ज्यादा लोग शहीद हुए हैं, लेकिन इससे भी बड़ी संख्या उन गुमनाम शहीदों की है. जिन्होंने देश के लिए अपने जिंदगी न्यौछावर कर दी. ऐसे तमाम शहीदों के सम्मान में 30 जनवरी को सुबह 11 बजे 2 मिनट का मौन रखा जाएगा. राज्य सरकार ने इस संबंध में सभी विभागों को निर्देश जारी किए हैं.
11 बजते ही बजाया जाएगा सायरन
- देश के स्वतंत्रता आंदोलन में अपने प्राणों की आहूती देने वाले शहीदों की स्मृति में 30 जनवरी को सुबह ठीक 11 बजे 2 मिनट का मौन रखा जाएगा. राज्य सरकार ने इस संबंध में निर्देश दिए हैं कि मौन के लिए 2 मिनट सभी काम और गतिविधियों को रोक दिया जाना चाहिए.
- 2 मिनट के मौन की अवधि शुरू होने और खत्म होने की सूचना सायरन बजाकर या आर्मी गन से की जानी चाहिए. सायरन 10 बजकर 59 मिनट से 11 बजे तक बजाया जाए और 2 मिनट के बाद 11 बजकर 2 मिनट से 11 बजकर 3 मिनट तक फिर से सायरन बजाया जाए.
- सिग्नल सुनकर सभी लोग खड़े हो जाएं और मौन धारण करें.
- जिन स्थानों पर सिग्नल की कोई व्यवस्था न हो, वहां राज्य सरकार ने इससे जुड़ी व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए हैं.
- राज्य सरकार ने सभी शैक्षणिक संस्थाओं और सार्वजनिक उपक्रमों को शहीद दिवस को पूरी गंभीरता से मनाए जाने के निर्देश दिए हैं.
आम लोग नहीं लेते गंभीरता से
आमतौर पर स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस को तो लोग उत्साह के साथ मनाते हैं, लेकिन 30 जनवरी शहीद दिवस को गंभीरता से नहीं लेते हैं. आम जनता शहीदों के सम्मान में 2 मिनट के मौन के लिए भी समय नहीं निकालती है. इसी तरह सरकारी कार्यालयों में भी मौन के लिए कर्मचारी नहीं जुटते. सामान्य प्रशासन विभाग ने सभी विभागों के अधिकारियों को इस संबंध में आदेश जारी किया है.
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