भोपाल: मध्यप्रदेश सरकार अब औद्योगिक विकास और निवेश के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए 22 जनवरी को पुणे में एक इंटरेक्टिव सेशन करने जा रही है. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव पुणे में 'मध्य प्रदेश में निवेश के अवसर' विषय पर इंटरैक्टिव सेशन में निवेशकों और उद्योगपतियों से सीधी बात करेंगे. इस इंटरैक्टिव सेशन के जरिए मध्य प्रदेश में निवेश की संभावनाओं के द्वार खोलने के साथ निवेशकों के लिए भी सुनहरा मौका होगा. मोहन यादव एक नया प्रयोग कर रहे हैं, जिसमें वे खुद अलग-अलग राज्यों में पहुंचकर उद्यमियों को निवेश के लिए मध्य प्रदेश की अपार संभावनाएं बताते हैं. इस दौरे में मोहन यादव उद्योगपतियों को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का न्योता भी देंगे.
कोयंबटूर के बाद अब पुणे में निवेश पर बात
मोहन सरकार पुणे से पहले मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरु और कोयंबटूर में निवेश पर चर्चा कर चुकी है. मुख्यमंत्री डॉ. यादव पुणे में प्रमुख उद्योगपतियों और निवेशकों से मध्य प्रदेश में औद्योगिक, पर्यटन, आईटी/आईटीईएस और ईएसडीएम क्षेत्र के लिए सकारात्मक वातावरण व संभावनाओं पर चर्चा करेंगे. मुख्यमंत्री डॉ. यादव संस्थान के प्रतिनिधियों के साथ नेटवर्किंग डिनर में शामिल होंगे.
इस अवसर पर राज्य के औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग के प्रमुख सचिव राघवेंद्र कुमार सिंह, पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजय दुबे विभागीय प्रेजेंटेशन देंगे. कार्यक्रम में उद्योग जगत की प्रतिष्ठित हस्तियां, किर्लोस्कर ब्रदर्स लिमिटेड के चेयरमैन संजय किर्लोस्कर और पिनेकल इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन सुधीर मेहता भी प्रदेश के इंडस्ट्री फ्रेंडली माहौल और मध्यप्रदेश की सरल औद्योगिक नीतियों के संबंध में अपने अनुभव साझा करेंगे.
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मुंबई से आए 75 हजार करोड़ के निवेश का प्रस्ताव
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मुंबई में निवेशकों के साथ चर्चा में 41 उद्योग समूहों ने 75 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव दिए थे. एक अनुमान के मुताबिक इन निवेश प्रस्तावों के जरिये 1 लाख रोजगार पैदा होंगे. मुंबई में हुए कार्यक्रम में रिलायंस के अनिल अंबानी, ग्रेसिम के एचके अग्रवाल सहित कई उद्योगपतियों ने निवेश पर चर्चा की. जेएसडब्ल्यू के पार्थ जिंदल ने बैतूल, शहडोल और दमोह में 17 हजार करोड़, एलएंडटी ने इंदौर में 2 हजार करोड़, गोदरेज ने भिंड में 450 करोड़, योटा डेटा सर्विस ने इंदौर में 450 करोड़ के निवेश का प्रस्ताव रखा है.