भोपाल। मध्यप्रदेश की आगामी कैबिनेट बैठक छिंदवाड़ा जिले के तामिया में आयोजित की जाएगी, इस तरह के प्रयोग पिछली सरकारों में भी किया जाता रहा है, लेकिन कमलनाथ सरकार के तामिया में कैबिनेट बैठक करने के फैसले पर बीजेपी कई तरह के सवाल खड़े कर रही है. बीजेपी का कहना है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ सिर्फ छिंदवाड़ा के मुख्यमंत्री नहीं हैं, कैबिनेट की बैठक छिंदवाड़ा के अलावा किसी और जगह पर क्यों नहीं की जा सकती है.
इस मामले में कांग्रेस का कहना है कि राजधानी भोपाल के बाहर कैबिनेट बैठक करने की परंपरा पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय सुंदरलाल पटवा ने शुरू की थी. मुख्यमंत्री की इस पहल से तामिया जैसे ग्रामीण इलाके के विकास से सबको अवगत होने का मौका मिलेगा.
बीजेपी ने साधा निशाना
बीजेपी के भोपाल जिला अध्यक्ष विकास विरानी का कहना मुख्यमंत्री कमलनाथ केवल छिंदवाड़ा के सीएम नहीं, वे पूरे प्रदेश के सीएम है. बीजेपी का कहाना है कि अगर उनको कैबिनेट करना है, तो वास्तव में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने जिस प्रकार ग्रामीण क्षेत्रों के अंदर कैबिनेट किया करते थे और वहां के लोगों की सारी समस्याओं के निदान करने का काम करते थे. वैसा कुछ सीएम कर दिखाने का काम करें.
कांग्रेस का जवाब
वहीं कांग्रेस के प्रवक्ता जितेंद्र मिश्रा का कहना है कि पहले भी ऐसा कई बार हो चुका है. जब बीजेपी के सुंदरलाल पटवा मुख्यमंत्री हुआ करते थे, तब वे भी प्रदेश के कई हिस्सों में कैबिनेट बैठक की थी. निश्चित तौर पर इसके पीछे सरकार का मुख्य उद्देश्य जो है, वह ग्रामीण और वनांचल को प्रदेश और देश के सामने लाना है. किस तरह तामिया और छिंदवाड़ा का विकास हुआ है. वह सारी चीजें इसके माध्यम से दिखाई जाएंगी. कहीं ना कहीं मंत्रियों को भी वहां के विकास से अवगत कराया जाएगा. निश्चित तौर पर मध्य प्रदेश के विकास के लिए जगह जगह पर बल्कि सुदूर क्षेत्रों में भी कैबिनेट बैठक होना चाहिए, उसी हिसाब से सरकार काम कर रही है.