भोपाल। कोविड 19 के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए लगातार हर स्तर पर कोशिशें की जा रही हैं, राजधानी भोपाल में नगर निगम और हमीदिया अस्पताल की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. हमीदिया अस्पताल के बायो मेडिकल कचरे को भोपाल के कचरा डंपिग क्षेत्र आदमपुर खंती में पहुंचा दिया गया. पर वहां तैनात कर्मचारी की नजर पड़ गई और उसने कचरा खाली करने से रोक दिया.
हमीदिया अस्पताल के कोविड वार्ड से निकलने वाले बायो मेडिकल कचरे को सीधे भोपाल के कचरा डंपिंग क्षेत्र आदमपुर खंती पहुंचा दिया गया, जबकि प्रोटोकॉल के तहत कोविड-19 के बायो मेडिकल वेस्ट को पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की गाड़ी ही निष्पादन के लिए लेकर जाती है. कोविड-19 के मरीजों का इलाज कर रहे, सर्वे और सैंपलिंग कर रहे मेडिकल स्टॉफ द्वारा इस्तेमाल पीपीई किट-N-95 मास्क और ग्लब्स को अलग से पीले और लाल कलर की 2 लेयर पॉलिथीन में रखकर ही निष्पादन के लिए भेजा जाता है.
इस कचरे का प्रबंधन बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट कमेटी की देखरेख में किया जाता है. यहां से कोविड 19 के इस्तेमाल में बायो मेडिकल वेस्ट को सामान्य बायो मेडिकल वेस्ट के साथ ही नगर निगम की कचरा गाड़ी में भेज दिया गया, जबकि कचरा गाड़ी से कचरा डंप किया जा रहा था, तब खंती पर तैनात कर्मचारियों की कचरे पर नजर पड़ी तो उन्होंने गाड़ी को खाली करने से मना कर दिया. बाद में कचरे को सामान्य कचरे से अलग रखा गया, जिससे किसी तरह का संक्रमण न फैले. इस मामले का खुलासा होने पर हमीदीया अस्पताल से ट्रांसफर स्टेशन तक मेडिकल वेस्ट लाने वाले सुपरवाइजर पर नगर निगम ने 4000 रुपए जुर्माना भी लगाया है.
गौर करने वाली बात ये है कि जब हमीदिया अस्पताल प्रबंधन ये दावा कर रहा है कि अस्पताल से 3 स्तरों में पूरी सावधानी के साथ कोविड 19 के बायो मेडिकल वेस्ट को निष्पादित करने के लिए पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड की गाड़ी में ही भेजा जाता है तो फिर इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हो गई. हालांकि, इस बारे में अभी तक हमीदिया अस्पताल प्रबंधन की ओर से अपना पक्ष नहीं रखा गया है कि लापरवाही किस स्तर पर हुई है और कोविड 19 का कचरा कैसे सामान्य कचरा गाड़ी ले गई.
कोविड-19 के वेस्ट से आम लोगों को भी बड़ा खतरा हो सकता है क्योंकि इस कचरे में कोरोना वायरस भी हो सकते हैं और कोरोना का संक्रमण भी फैल सकता है.