भोपाल। विधानसभा की कार्यवाही के दौरान कांग्रेस विधायक कांतिलाल भूरिया ने पीएससी परीक्षा में भील जनजाति पर पूछे गए विवादित सवाल का मुद्दा उठाया. मामले में सीएम कमलनाथ ने कहा कि इसे लेकर पहले ही जांच के निर्देश दिए जा चुके हैं और जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
सदन की कार्यवाही के दौरान अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के लिए आरक्षण को 10 साल तक बढ़ाए जाने के संकल्प पर बोलने के लिए खड़े हुए कांग्रेस विधायक कांतिलाल भूरिया ने कहा कि पीएससी में भी मनुवादी विचारधारा के लोग बैठे हैं, जिन्होंने परीक्षा में इस तरह के सवाल पूछे, ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए.
इसके जवाब में सीएम कमलनाथ ने कहा कि भील जाति को लेकर पूछे गए आपत्तिजनक प्रश्न के बारे में जांच की जा रही है. जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं. इस पूरे मामले को राज्य सरकार ने गंभीरता से लिया है. किसी भी विद्यार्थी का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
ये था पूरा मामला
मध्य प्रदेश राज्य प्रशासनिक सेवा की प्रारंभिक परीक्षा में भील जाति को लेकर आपत्तिजनक सवाल पूछे गए थे. इसमें भील जनजाति को आपराधिक प्रवृत्ति का बताया गया था. मामले पर विवाद बढ़ने के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने जांच के आदेश दिए थे.