ETV Bharat / state

भूपेंद्र गुप्ता ने विश्वास सारंग के बयान पर किया पलटवार, कहा- रक्षाबंधन जैसे त्यौहार पर जड़ बुद्धि ही कर सकता है राजनीति

पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक विश्वास सारंग ने कमलनाथ के रक्षाबंधन के त्यौहार को रस्म अदायगी बताया. उनके बयान पर कांग्रेस के मीडिया प्रभारी भूपेंद्र गुप्ता ने पलटवार भी किया.

भूपेंद्र गुप्ता और विश्वास सारंग
author img

By

Published : Aug 16, 2019, 10:57 PM IST

भोपाल। रक्षाबंधन के अवसर पर सीएम हाउस पर अलग-अलग इलाकों से आई महिलाओं ने सीएम कमलनाथ को राखी बांधी थी. इस पर बीजेपी के विधायक विश्वास सारंग ने सवाल खड़े करते हुए कहा कि सीएम ने रक्षाबंधन के नाम पर सिर्फ रस्म अदायगी की है. उन्होंने गिनी चुनी महिलाओं से राखी बंधवाई है. इस पर एमपी कांग्रेस के मीडिया प्रभारी भूपेंद्र गुप्ता ने पलटवार करते हुए कहा कि रक्षाबंधन जैसे त्यौहार नितांत निजी होते हैं और इन पर कोई जड़ बुद्धि ही टिप्पणी कर सकता है.

विश्वास सारंग के बयान पर भूपेंद्र गुप्ता ने किया पलटवार

भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि खुद हाथ में हजारों राखी बनवाने वाले विश्वास सारंग बताएं कि बीजेपी के शासनकाल में 10 साल तक प्रदेश में महिलाएं असुरक्षित क्यों रही और क्यों देशभर में प्रदेश बलात्कार में नंबर एक पर रहा. बीजेपी के लोग महिलाओं से राखियां बधवा लेते थे लेकिन उनकी रक्षा करने का ख्याल इन लोगों को कभी नहीं आया. अब राखी के त्योहार और भावनाओं पर सवाल खड़े कर रहे हैं. इससे ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय क्या है. ऐसे पाखंडियों और ढोंगियों के चेहरों से नकाब उतारना चाहिए.

विश्वास सारंग ने साधा था कमलनाथ के रक्षाबंधन मनाने पर निशाना

विश्वास सारंग ने कहा कि कमलनाथ जिस विचार और व्यवस्था में पले बढ़े हैं, उन्हें बहन भाई के रिश्ते से कुछ नहीं लेना देना है. जबकि शिवराज सरकार में सर्वधर्म समभाव से सारे त्यौहार मनाए जाते थे. कमलनाथ सरकार न तो लोगों की भावनाओं का ख्याल रखती है और ना ही भारतीय संस्कृति और हिंदू समाज के त्योहारों से लगाव रखती है.

भोपाल की नरेला विधानसभा सीट से विधायक विश्वास सारंग अपने विधानसभा क्षेत्र में पिछले कई साल से लोगों के बीच रक्षाबंधन का त्यौहार मनाते आये हैं और क्षेत्र की महिलाओं से राखी भी बनवाते हैं. यह सिलसिला त्योहार के कई दिनों बाद तक चलता रहता है. इसी क्रम में उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र की महिलाओं से राखी बंधवाई. इसी दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए सीएम कमलनाथ के रक्षाबंधन मनाने पर कई सवाल खड़े किये.

भोपाल। रक्षाबंधन के अवसर पर सीएम हाउस पर अलग-अलग इलाकों से आई महिलाओं ने सीएम कमलनाथ को राखी बांधी थी. इस पर बीजेपी के विधायक विश्वास सारंग ने सवाल खड़े करते हुए कहा कि सीएम ने रक्षाबंधन के नाम पर सिर्फ रस्म अदायगी की है. उन्होंने गिनी चुनी महिलाओं से राखी बंधवाई है. इस पर एमपी कांग्रेस के मीडिया प्रभारी भूपेंद्र गुप्ता ने पलटवार करते हुए कहा कि रक्षाबंधन जैसे त्यौहार नितांत निजी होते हैं और इन पर कोई जड़ बुद्धि ही टिप्पणी कर सकता है.

विश्वास सारंग के बयान पर भूपेंद्र गुप्ता ने किया पलटवार

भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि खुद हाथ में हजारों राखी बनवाने वाले विश्वास सारंग बताएं कि बीजेपी के शासनकाल में 10 साल तक प्रदेश में महिलाएं असुरक्षित क्यों रही और क्यों देशभर में प्रदेश बलात्कार में नंबर एक पर रहा. बीजेपी के लोग महिलाओं से राखियां बधवा लेते थे लेकिन उनकी रक्षा करने का ख्याल इन लोगों को कभी नहीं आया. अब राखी के त्योहार और भावनाओं पर सवाल खड़े कर रहे हैं. इससे ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय क्या है. ऐसे पाखंडियों और ढोंगियों के चेहरों से नकाब उतारना चाहिए.

विश्वास सारंग ने साधा था कमलनाथ के रक्षाबंधन मनाने पर निशाना

विश्वास सारंग ने कहा कि कमलनाथ जिस विचार और व्यवस्था में पले बढ़े हैं, उन्हें बहन भाई के रिश्ते से कुछ नहीं लेना देना है. जबकि शिवराज सरकार में सर्वधर्म समभाव से सारे त्यौहार मनाए जाते थे. कमलनाथ सरकार न तो लोगों की भावनाओं का ख्याल रखती है और ना ही भारतीय संस्कृति और हिंदू समाज के त्योहारों से लगाव रखती है.

भोपाल की नरेला विधानसभा सीट से विधायक विश्वास सारंग अपने विधानसभा क्षेत्र में पिछले कई साल से लोगों के बीच रक्षाबंधन का त्यौहार मनाते आये हैं और क्षेत्र की महिलाओं से राखी भी बनवाते हैं. यह सिलसिला त्योहार के कई दिनों बाद तक चलता रहता है. इसी क्रम में उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र की महिलाओं से राखी बंधवाई. इसी दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए सीएम कमलनाथ के रक्षाबंधन मनाने पर कई सवाल खड़े किये.

Intro:भोपाल। रक्षाबंधन के अवसर पर मुख्यमंत्री निवास पर अलग -अलग इलाकों से आई महिलाओं ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को राखी बांधी थी। इस पर भाजपा के विधायक विश्वास सारंग ने सवाल खड़े करते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री ने रक्षाबंधन के नाम पर सिर्फ रस्म अदायगी की है,उन्होंने गिनी चुनी महिलाओं से राखी बंधवा आई है। कमलनाथ सरकार भावनाओं से नहीं चलती है,वह भारतीय संस्कृति और हिंदू समाज के त्योहारों से लगाव नहीं रखती है। भाजपा विधायक के इस बयान पर कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा है कि रक्षाबंधन जैसे त्यौहार नितांत निजी होते हैं और इन पर कोई जड़ बुद्धि ही टिप्पणी कर सकता है। खुद हाथ में हजारों राखी बनवाने वाले विश्वास सारंग बताएं कि उनके शासन में 10 साल तक प्रदेश में महिलाएं असुरक्षित क्यों रही और क्यों देशभर में प्रदेश बलात्कार में नंबर वन रहा।


Body:दरअसल कमलनाथ के रक्षाबंधन पर सवाल खड़े करने वाले पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक विश्वास सारंग अपने विधानसभा क्षेत्र में बड़े धूमधाम से रक्षाबंधन का त्यौहार मनाते हैं और विधानसभा क्षेत्र की महिलाओं से राखी बनवाते हैं। यह सिलसिला रक्षाबंधन के त्यौहार के कई दिनों तक बात तक चलता रहता है। उसी कड़ी में आज उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र की महिलाओं से राखी बंधवाई थी और उसी दौरान मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ के रक्षाबंधन पर सवाल उठाते हुए कहा था कि उन्होंने सिर्फ रस्म अदायगी की है और गिनी चुनी महिलाओं को बुलाकर उनसे राखी बनवाना आपत्तिजनक है। कमलनाथ सरकार भावनाओं से नहीं चलती है। इस सरकार को भारतीय संस्कृति और हिंदू सभ्यता से कोई लगाव नहीं है।कमलनाथ जिस विचार और व्यवस्था में पले बढ़े हैं, उन्हें बहन भाई के रिश्ते से कुछ नहीं लेना देना है। जबकि शिवराज सरकार में सर्वधर्म समभाव से सारे त्यौहार मनाए जाते थे।


Conclusion:सारंग के इस बयान पर मप्र कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता का कहना है कि रक्षाबंधन जैसे त्योहार और भावनाएं नितांत निजी होती हैं। इन पर टिप्पणी कोई जड़ बुद्धि व्यक्ति ही कर सकता है।यदि वह भारतीय संस्कृति की दुहाई देकर बात करता है, तो निश्चित रूप से असभ्यता की सीमा में आता है। जो बयान विश्वास सारंग ने दिया है,वह इसी श्रेणी में आता है।यह बहुत फूहड़, असभ्य और निंदनीय बयान है।उन्हें चाहिए कि वह अपने बयान पर समाज, देश और महिलाओं से माफी मांगे।हजारों की तादाद में वो हाथ भर की राखी बंधवाए घूमते हैं। तब उन्हें शर्म नहीं आती है। जब प्रदेश को 10 साल तक लगातार बलात्कार में नंबर वन बना कर रखते हैं। महिलाओं से राखियां बंधवाते हैं, महिलाओं की रक्षा की समझ आती नहीं है। मप्र पिछले 10 साल तक इस कलंक से बंधा रहा,तब यह बंधी हुई राखियां उनकी रक्षा करने का ख्याल उन लोगों को क्यों नहीं आया। आज राखी का त्यौहार और भावनाओं पर सवाल खड़े कर रहे हैं। इससे ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय क्या है। ऐसे पाखंडियों और ढोंगियों के चेहरों से नकाब उतारना चाहिए। इनसे पूछा जाना चाहिए कि भोपाल में कितने बलात्कार को रोकने और सजा दिलवाने में आप कामयाब हुए हो।राखियां तो हजार बंधवाते हो नौटंकी या करते हो।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.