ETV Bharat / state

सर्दी के साथ बिगड़ी शहर की आबोहवा, श्वास रोगियों की बढ़ी मुश्किल

author img

By

Published : Dec 28, 2020, 10:34 PM IST

मध्यप्रदेश में लगातार ठंड बढ़ रही है. हर सुबह दिन की शुरूआत कोहरे की चादर से होती है. वहीं सर्दी ने श्वास रोगियों के लिए मुश्किलें बढ़ा दी है. भोपाल में सर्दी बढ़ने के साथ ही शहर की आबोहवा भी बिगड़ रही है. विशेषज्ञ लोगों से सर्दी के मौसम में अपना खास ख्याल रखने की अपील कर रहे हैं.

weather
मौसम

भोपाल। सर्दी के मौसम में देर शाम और सुबह अगर आप टहल रहे हैं तो इससे तौबा कर लें. सर्दियां बढ़ने के साथ ही शहर की आबोहवा प्रदूषित हो रही है. शुक्रवार को शहर का एक्यूआई लेवल 306 तक पहुंच गया. पॉल्यूशन का सबसे ज्यादा स्तर शाम 7 बजे से सुबह तक बना हुआ है. यही वजह है कि डॉक्टर लोगों को सुबह धूप में निकलने के बाद ही टहलने की सलाह दे रहे हैं. डॉक्टर्स के मुताबिक सर्दी के मौसम में स्वास्थ्य के मरीजों का खास ख्याल रखने की जरूरत है.

श्वास रोगियों की बढ़ी मुश्किल

सर्दी बढ़ने के साथ ही बढ़ता गया पॉल्यूशन

दिसंबर में कड़ाके की सर्दी बढ़ने के साथ ही पॉल्युशन का स्तर भी बढ़ने लगा है.

  • 25 नवंबर को तापमान सामान्य बना हुआ था. उस वक्त भोपाल में एयर क्वालिटी इंडेक्स न्यूनतम 57 और अधिकतम 163 रिकॉर्ड किया गया था. इस दिन शाम 6 बजे मॉडरेट और रात के बाद पॉल्यूशन स्तर एकदम कम हो गया.
  • 1 दिसंबर से हल्की सर्दी शुरू होने के साथ ही पॉल्युशन का स्तर भी बढ़ना शुरू हो गया. 1 दिसंबर को एयर क्वालिटी इंडेक्स न्यूनतम 44 जबकि अधिकतम 266 तक पहुंच गया. इस दिन देर रात पॉल्युशन का स्तर पुअर कैटेगरी में पहुंच गया. हालांकि रात के बाद पॉल्युशन का स्तर एकदम कम हो गया है.
  • 10 दिसंबर से कड़ाके की सर्दी के साथ ही पॉल्युशन का स्तर और भी बढ़ गया है.
  • 10 दिसंबर को एयर क्वालिटी इंडेक्स न्यूनतम 162 और अधिकतम 322 पहुंच गया. इस दिन शाम के बाद से यह पुअर कैटेगरी और रात में वेरी पुअर स्थिति में पहुंच गया.
  • 15 दिसंबर को शहर में जबरदस्त सर्दी पड़ी. इस दिन प्रदूषण पुअर कैटेगरी में पहुंच गया. इस दिन एयर क्वालिटी इंडेक्स का एवरेज 241 रिकॉर्ड किया गया.
  • 17 दिसंबर को भी कड़ाके की सर्दी पड़ी. वहीं इस दिन शहर की आबोहवा और भी बिगड़ गई. एयर क्वालिटी इंडेक्स 287 रिकॉर्ड किया गया. न्यूनतम एक्यूआई 213 और अधिकतम 320 रिकॉर्ड किया गया.
  • 21 दिसंबर को कड़ाके की सर्दी से राहत मिलने के साथ ही पॉल्युशन का स्तर भी कम हुआ. 21 दिसंबर को एक्यूआई न्यूनतम 34 और अधिकतम 338 रिकॉर्ड किया गया.
    AQI Level
    एक्यूआई लेवल

सर्दी में क्यों बढ़ता है प्रदूषण

पर्यावरण विदों के मुताबिक सर्दी के मौसम में आमतौर पर प्रदूषण का स्तर ज्यादा हो जाता है. दरअसल ओस से नम होकर धूल कण नीचे आ जाते हैं. यह प्रदूषण का स्तर बढ़ा देते हैं. सर्दियों में सुबह धूप निकलने के बाद यह धूल कण हवा में ऊपर चले जाते हैं. यही वजह है कि सर्दियों में देर शाम और सुबह धूप निकलने से पहले मॉर्निंग वॉक नहीं करना चाहिए.

श्वास के मरीज रखें खास ख्याल

सर्दी के मौसम में डॉक्टर स्वास्थ्य के मरीजों का खास ख्याल रखने की सलाह दे रहे हैं. डॉक्टर्स के मुताबिक सर्दी के मौसम में पॉल्यूशन स्तर ज्यादा होने से सुबह और शाम ऐसे लोगों को वॉक करना इनकी परेशानी बढ़ा सकता है. ऐसे लोगों को श्वास की तकलीफ बढ़ सकती है. श्वास रोग विशेषज्ञ डॉ पीएन अग्रवाल सर्दी के मौसम में बुजुर्गों और अस्थमेटिक पेशेंट के लिए कई सलाह देते हैं.

  • सर्दी के मौसम में देर शाम और सुबह मॉर्निंग वॉक से बचे.
  • सर्दी से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनकर रखें.
  • बाहर निकलते समय मास्क के अलावा सिर और कान अच्छे से ढक कर रखें.
  • धूल और धुएं से बचें। सर्दी के मौसम में यह श्वांस पीड़ितों की परेशानी ज्यादा बढ़ा सकता है.
  • आइसक्रीम जैसे ठंडे खाद्य पदार्थ, खट्टा फास्ट फूड , स्पाइसी खाने से बचें.
  • श्वांस रोगी डॉक्टर्स की सलाह से ही क्रोसिन जैसी दवाएं लें, यह नुकसानदायक हो सकती हैं.
  • स्मोकिंग न करें.

भोपाल। सर्दी के मौसम में देर शाम और सुबह अगर आप टहल रहे हैं तो इससे तौबा कर लें. सर्दियां बढ़ने के साथ ही शहर की आबोहवा प्रदूषित हो रही है. शुक्रवार को शहर का एक्यूआई लेवल 306 तक पहुंच गया. पॉल्यूशन का सबसे ज्यादा स्तर शाम 7 बजे से सुबह तक बना हुआ है. यही वजह है कि डॉक्टर लोगों को सुबह धूप में निकलने के बाद ही टहलने की सलाह दे रहे हैं. डॉक्टर्स के मुताबिक सर्दी के मौसम में स्वास्थ्य के मरीजों का खास ख्याल रखने की जरूरत है.

श्वास रोगियों की बढ़ी मुश्किल

सर्दी बढ़ने के साथ ही बढ़ता गया पॉल्यूशन

दिसंबर में कड़ाके की सर्दी बढ़ने के साथ ही पॉल्युशन का स्तर भी बढ़ने लगा है.

  • 25 नवंबर को तापमान सामान्य बना हुआ था. उस वक्त भोपाल में एयर क्वालिटी इंडेक्स न्यूनतम 57 और अधिकतम 163 रिकॉर्ड किया गया था. इस दिन शाम 6 बजे मॉडरेट और रात के बाद पॉल्यूशन स्तर एकदम कम हो गया.
  • 1 दिसंबर से हल्की सर्दी शुरू होने के साथ ही पॉल्युशन का स्तर भी बढ़ना शुरू हो गया. 1 दिसंबर को एयर क्वालिटी इंडेक्स न्यूनतम 44 जबकि अधिकतम 266 तक पहुंच गया. इस दिन देर रात पॉल्युशन का स्तर पुअर कैटेगरी में पहुंच गया. हालांकि रात के बाद पॉल्युशन का स्तर एकदम कम हो गया है.
  • 10 दिसंबर से कड़ाके की सर्दी के साथ ही पॉल्युशन का स्तर और भी बढ़ गया है.
  • 10 दिसंबर को एयर क्वालिटी इंडेक्स न्यूनतम 162 और अधिकतम 322 पहुंच गया. इस दिन शाम के बाद से यह पुअर कैटेगरी और रात में वेरी पुअर स्थिति में पहुंच गया.
  • 15 दिसंबर को शहर में जबरदस्त सर्दी पड़ी. इस दिन प्रदूषण पुअर कैटेगरी में पहुंच गया. इस दिन एयर क्वालिटी इंडेक्स का एवरेज 241 रिकॉर्ड किया गया.
  • 17 दिसंबर को भी कड़ाके की सर्दी पड़ी. वहीं इस दिन शहर की आबोहवा और भी बिगड़ गई. एयर क्वालिटी इंडेक्स 287 रिकॉर्ड किया गया. न्यूनतम एक्यूआई 213 और अधिकतम 320 रिकॉर्ड किया गया.
  • 21 दिसंबर को कड़ाके की सर्दी से राहत मिलने के साथ ही पॉल्युशन का स्तर भी कम हुआ. 21 दिसंबर को एक्यूआई न्यूनतम 34 और अधिकतम 338 रिकॉर्ड किया गया.
    AQI Level
    एक्यूआई लेवल

सर्दी में क्यों बढ़ता है प्रदूषण

पर्यावरण विदों के मुताबिक सर्दी के मौसम में आमतौर पर प्रदूषण का स्तर ज्यादा हो जाता है. दरअसल ओस से नम होकर धूल कण नीचे आ जाते हैं. यह प्रदूषण का स्तर बढ़ा देते हैं. सर्दियों में सुबह धूप निकलने के बाद यह धूल कण हवा में ऊपर चले जाते हैं. यही वजह है कि सर्दियों में देर शाम और सुबह धूप निकलने से पहले मॉर्निंग वॉक नहीं करना चाहिए.

श्वास के मरीज रखें खास ख्याल

सर्दी के मौसम में डॉक्टर स्वास्थ्य के मरीजों का खास ख्याल रखने की सलाह दे रहे हैं. डॉक्टर्स के मुताबिक सर्दी के मौसम में पॉल्यूशन स्तर ज्यादा होने से सुबह और शाम ऐसे लोगों को वॉक करना इनकी परेशानी बढ़ा सकता है. ऐसे लोगों को श्वास की तकलीफ बढ़ सकती है. श्वास रोग विशेषज्ञ डॉ पीएन अग्रवाल सर्दी के मौसम में बुजुर्गों और अस्थमेटिक पेशेंट के लिए कई सलाह देते हैं.

  • सर्दी के मौसम में देर शाम और सुबह मॉर्निंग वॉक से बचे.
  • सर्दी से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनकर रखें.
  • बाहर निकलते समय मास्क के अलावा सिर और कान अच्छे से ढक कर रखें.
  • धूल और धुएं से बचें। सर्दी के मौसम में यह श्वांस पीड़ितों की परेशानी ज्यादा बढ़ा सकता है.
  • आइसक्रीम जैसे ठंडे खाद्य पदार्थ, खट्टा फास्ट फूड , स्पाइसी खाने से बचें.
  • श्वांस रोगी डॉक्टर्स की सलाह से ही क्रोसिन जैसी दवाएं लें, यह नुकसानदायक हो सकती हैं.
  • स्मोकिंग न करें.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.