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रुद्राक्ष आत्महत्या मामले में पुलिस के हाथ खाली, क्राइम पेट्रोल और फ्री फायर से जुड़ रहे तार - भोपाल रुद्राक्ष सुसाइड केस

भोपाल में रुद्राक्ष के सुसाइड मामले में पुलिस के हाथ अभी भी खाली है. बीते दिनों रुद्राक्ष ने सीलिंग फैन से लटककर फांसी लगा ली थी. (rudraksh suicide case bhopal)

Thana Ashoka Garden
थाना अशोका गार्डन
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Published : Jan 25, 2022, 4:05 PM IST

भोपाल। राजधानी में 10 साल के रुद्राक्ष की आत्महत्या (rudraksh suicide case bhopal) मामले में पुलिस को अभी भी कोई ठोस वजह नहीं मिल पाई है. पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार बच्चा घर पर अकेला था और घटना से पहले बच्चे स्वयं मां से बात की थी. रुद्राक्ष को ऑनलाइन गेमिंग की लत भी नहीं थी.

bhopal suicide
रुद्राक्ष का फाइल फोटो

घर पर अकेला था रुद्राक्ष
रुद्राक्ष के पिता अक्षत पेशे से प्रोफेशनल फोटोग्राफर हैं. उनकी पत्नी टीआईटी कॉलेज में टीचर है. रुद्राक्ष की एक बड़ी बहन भी है, जो कि घटना के समय रुद्राक्ष की आंसर शीट जमा कराने के लिए मम्मी के साथ जवाहर स्कूल गई थी.अक्षत सोमवार सुबह ही काम पर चले गए. पत्नी स्नेहलता बेटी को लेकर उसके स्कूल चली गई. घर में उनका बेटा रुद्राक्ष अकेला था.

आत्महत्या से पहले की थी मां से बात
शाम को रुद्राक्ष ने पिता को फोन लगाया. मां के बारे में पूछा. फिर उसने मां को फोन लगाकर बोला कि मेरे लिए कुछ अच्छा खाने को लेते आना. मां स्कूल के बाद बाजार कर देर शाम घर पहुंची. देखा तो कमरे के अंदर रुद्राक्ष फंदे पर लटका है. उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया.

सीलिंग फैन से लगाई फांसी
अशोका गार्डन पुलिस के अनुसार रुद्राक्ष ने सीलिंग फैन से फांसी लगाई. रुद्राक्ष ने सीलिंग फैन में फंदा लगाने के लिए बेड के ऊपर करीब डेढ़ फीट ऊंची टेबल रखी. टेबल पर चढ़कर उसने दुपट्‌टे का फंदा सीलिंग फैन में फंसाया और झूल गया. हालांकि इस मामले में पुलिस और भी एंग्लों से जांच कर रही है.

पुलिस भी नहीं दे पाई सुरक्षा! शिव'राज' में दलित दूल्हे के घोड़ी चढ़ने से खफा दबंगों ने घर पर किया पथराव, वाहनों में लगाई आग

भोपाल में इसी माह एक और बच्चे ने भी ऑनलाइन गेम के शौक ने एक बच्चे की जान ले ली थी. भोपाल के स्टेशन बजरिया इलाके के रहने वाले इस बच्चे को फायर गेम खेलने की आदत पड़ गई थी. बच्चे ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी हालांकि उसके पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. अवधपुरी के सेंट जेवियर स्कूल में पढ़ने वाला सूर्यांश पांचवी कक्षा का छात्र था.

आत्महत्या के मामले में एक नई जानकारी सामने आई है. पिता के करीबी ने बताया कि रुद्राक्ष की मां ने उन्हें बताया कि उन्होंने रुद्राक्ष को साथ चलने के लिए कहा था पर रुद्राक्ष ने गेम खेलने के लिए साथ चलने से इनकार कर दिया. तब उन्होंने बेटी के साथ जाकर उसके टेस्ट पेपर जमा करवाएं. इस मामले में अब रुद्राक्ष के फ्री फायर गेम खेलने की संभावनाएं भी सामने आ रही हैं. पुलिस यह संभावना व्यक्त कर रही है कि रुद्राक्ष क्राइम पेट्रोल और क्राइम से जुड़े सीरियल देखता था यह भी एक वजह हो सकती है. इनमें भी अपराध के नए नए तरीके व वारदात को दिखाया जाता है.

भोपाल। राजधानी में 10 साल के रुद्राक्ष की आत्महत्या (rudraksh suicide case bhopal) मामले में पुलिस को अभी भी कोई ठोस वजह नहीं मिल पाई है. पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार बच्चा घर पर अकेला था और घटना से पहले बच्चे स्वयं मां से बात की थी. रुद्राक्ष को ऑनलाइन गेमिंग की लत भी नहीं थी.

bhopal suicide
रुद्राक्ष का फाइल फोटो

घर पर अकेला था रुद्राक्ष
रुद्राक्ष के पिता अक्षत पेशे से प्रोफेशनल फोटोग्राफर हैं. उनकी पत्नी टीआईटी कॉलेज में टीचर है. रुद्राक्ष की एक बड़ी बहन भी है, जो कि घटना के समय रुद्राक्ष की आंसर शीट जमा कराने के लिए मम्मी के साथ जवाहर स्कूल गई थी.अक्षत सोमवार सुबह ही काम पर चले गए. पत्नी स्नेहलता बेटी को लेकर उसके स्कूल चली गई. घर में उनका बेटा रुद्राक्ष अकेला था.

आत्महत्या से पहले की थी मां से बात
शाम को रुद्राक्ष ने पिता को फोन लगाया. मां के बारे में पूछा. फिर उसने मां को फोन लगाकर बोला कि मेरे लिए कुछ अच्छा खाने को लेते आना. मां स्कूल के बाद बाजार कर देर शाम घर पहुंची. देखा तो कमरे के अंदर रुद्राक्ष फंदे पर लटका है. उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया.

सीलिंग फैन से लगाई फांसी
अशोका गार्डन पुलिस के अनुसार रुद्राक्ष ने सीलिंग फैन से फांसी लगाई. रुद्राक्ष ने सीलिंग फैन में फंदा लगाने के लिए बेड के ऊपर करीब डेढ़ फीट ऊंची टेबल रखी. टेबल पर चढ़कर उसने दुपट्‌टे का फंदा सीलिंग फैन में फंसाया और झूल गया. हालांकि इस मामले में पुलिस और भी एंग्लों से जांच कर रही है.

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भोपाल में इसी माह एक और बच्चे ने भी ऑनलाइन गेम के शौक ने एक बच्चे की जान ले ली थी. भोपाल के स्टेशन बजरिया इलाके के रहने वाले इस बच्चे को फायर गेम खेलने की आदत पड़ गई थी. बच्चे ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी हालांकि उसके पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. अवधपुरी के सेंट जेवियर स्कूल में पढ़ने वाला सूर्यांश पांचवी कक्षा का छात्र था.

आत्महत्या के मामले में एक नई जानकारी सामने आई है. पिता के करीबी ने बताया कि रुद्राक्ष की मां ने उन्हें बताया कि उन्होंने रुद्राक्ष को साथ चलने के लिए कहा था पर रुद्राक्ष ने गेम खेलने के लिए साथ चलने से इनकार कर दिया. तब उन्होंने बेटी के साथ जाकर उसके टेस्ट पेपर जमा करवाएं. इस मामले में अब रुद्राक्ष के फ्री फायर गेम खेलने की संभावनाएं भी सामने आ रही हैं. पुलिस यह संभावना व्यक्त कर रही है कि रुद्राक्ष क्राइम पेट्रोल और क्राइम से जुड़े सीरियल देखता था यह भी एक वजह हो सकती है. इनमें भी अपराध के नए नए तरीके व वारदात को दिखाया जाता है.

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