भोपाल। राजधानी में कल फिर एक परिवार की लापरवाही के चलते एक एक साल के मासूम की जान चली गई. बताया जा रहा है कि राजधानी के खानूगांव में सरकारी स्कूल पास रहने वाले एक ऑटो चालक के एक साल के मासूम बेटे की कल सुबह 9:30 बजे पानी से भरी बाल्टी में डूबने के कारण मौत हो गई, मासूम अपने घर मे ही खेल-खेल में हादसे का शिकार हो गया. एक निजी अस्पताल की सूचना पर अस्पताल पहुंची कोहेफिजा थाने की पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरु कर दी है.
बैलेंस बिगड़ा और बाल्टी में डूबा मासूम: राजधानी भोपाल के कोहेफिजा थाने के थाना प्रभारी गुर्जर सिंह सिसोदिया ने बताया कि "थाना क्षेत्र में खानू गांव के सरकारी स्कूल के पास अपने परिवार के साथ रहने वाले नूरेज खान जो कि खुद परिवार के पालन पोषण के लिये ऑटो चलाते हैं, उनकी बड़ी बेटी आफिया 4 साल की है और छोटा बेटा एहमद लगभग 1 साल से कुछ बड़ा था और घुटनों के बल चलता था. रविवार सुबह वह अपने ही घर में खेलते हुए घुटनों के बल पर घर के बाथरूम में चला गया, जहां पानी से भरी एक बाल्टी रखी थी, जिसे पकड़ कर वह उसमें वह खड़ा होने की कोशिश कर रहा था. उसी दौरान उसका बैलेंस बिगड़ा और वह सिर के बल बाल्टी में गिर गया और कुछ ही देर में वह उस बाल्टी में डूब गया."
इन खबरों पर भी एक नजर: |
शॉर्ट पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार: गुर्जर सिंह ने आगे बताया कि "बच्चे की मां जो कि रसोई में काम कर रही थी, उसने देखा कि काफी देर तक बच्चा दिखाई नहीं दिया, तो उसने घर में बच्चे की तलाश शुरू की तो बच्चा बाथरूम में पानी की बाल्टी में डूबा हुआ मिला. बच्चे बेहोश था लेकिन उसकी सांसे चल रही थी, आनन-फानन में परिजन तत्काल बच्चे को लेकर मैक्स कैयर अस्पताल ले कर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसकी हालत देखने के बाद उसे तत्काल भोपाल के हमीदिया हॉस्पिटल रेफर किया. हमीदिया हॉस्पिटल के बच्चों के डॉक्टर ने बच्चे का चेकअप करने के बाद उसे मृत घोषित कर दिया. इसके बाद बच्चों के परिजन बच्चे का पोस्टमार्टम कराने के लिए तैयार नहीं थे और पोस्टमार्टम ना कराने के लिए व अस्पताल में हंगामा करने लगे, लेकिन अस्पताल की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने मर्ग कायम कर बच्चे का पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सौंपा. अब इस पूरे मामले में पुलिस शॉर्ट पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही है."