भोपाल। राजकुमार संतोषी की फिल्म गांधी गोडसे एक युद्ध को लेकर विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस फिल्म की रिलीज को रोकने के लिए एनएसयूआई अब प्रदेश भर में इसका विरोध प्रदर्शन करेगी. इसकी शुरूआत एनएसयूआई ने कांग्रेस प्रदेश कार्यालय के सामने पुलिस निर्देशक का पुतला दहन कर किया है. एनएसयूआई के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि महात्मा गांधी की तुलना नाथूराम गोडसे से नहीं की जा सकती. एनएसयूआई ने इस फिल्म पर रोक लगाने की मांग की है.
एनएसयूआई ने फूंका पुलता : राजकुमार संतोषी की फिल्म गांधी गोडसे को लेकर कांग्रेस द्वारा लगातार विरोध किया जा रहा है. एनएसयूआई ने सेंसर बोर्ड से फिल्म पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है. एनएसयूआई के पूर्व पदाधिकारी लकी चौबे ने कार्यकर्ताओं के साथ फिल्म डायरेक्टर राजकुमार संतोषी का पुतला दहन किया. एनएसयूआई ने आरोप लगाया कि "गोडसे की विचारधारा देश को तोड़ने वाले थी. इस तरह फिल्म बनाकर देश को तोड़ने वाली विचारधारा को और मजबूत किया जा रहा है." एनएसयूआई ने सरकार से मांग की है कि इस फिल्म पर तत्काल रोक लगाई जाए.
पूर्व मंत्री दे चुके हैं धमकी : फिल्म के निर्माता को पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा हाल ही में इस तरह की फिल्म को लेकर धमकी भी दे चुके हैं. पीसी शर्मा ने गांधी गोडसे एक युद्ध फिल्म के ट्रेलर पर कड़ी नाराजगी जातते हुए सेंसर बोर्ड को भंग करने की मांग की थी और कहा था कि "प्राड्यूसर समझ लें, जिस समय ये दुनिया घूमेगी, तुम फिल्म बनाना बंद कर दोगे."
इसलिए हो रहा है विरोध : राज कुमार संतोषी के डायरेक्शन में तैयार हुई फिल्म गांधी गोडसे एक युद्ध 26 जनवरी को रिलीज होने जा रही है. इस फिल्म का ट्रेलर 11 जनवरी को रिलीज हुआ है, इसके बाद से फिल्म को लेकर विरोध किया जा रहा है ट्रेलर में महात्मा गांधी और गोडसे विचारों की बीच जंग को दिखाया गया है. वीडियो की शुरूआत बंटवारे के बाद हुए दंगों से होती है, जिसके लिए गोडसे गांधी जी को बंटवारे का जिम्मेदार मानता और उनकी हत्या की योजना बनाता है.