भोपाल। मध्यप्रदेश के लोगों के लिए अब वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का सफर लग्जरी हो जाएगा. पैसेंजर्स को अब वर्ल्डक्लास सुविधाएं मिलेगी. प्रदेश में अभी तीन वंदे भारत की सौगात रेलवे की तरफ से दी जा चुकी है. इनमें रानी कमलापति से नई दिल्ली, रानी कमलापति से जबलपुर, रानी कलमापति से इंदौर के लिए ट्रेन चलती है. इस रूट पर सफर करने वाले को लिए खुशखबरी है. रेलवे आपको इन ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों को कई तरह की सुविधा ऑफर कर रहा है. रेलवे की तरफ से यात्रियों को आकर्षित करना मुख्य मकसद है. आइए जानते हैं....
यात्री सेवा अनुबंध के माध्यम से पैसेंजर्स को जोड़ने की कोशिश: रेलवे ने यात्रियों को सुविधा देने के लिए यात्री सेवा अनुबंध के तहत कई तरह का एडवांसमेंट वंदे भारत ट्रेनों में किया है. शुरुआत में इसे पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरू किया जाएगा. इसे शुरुआती 6 वंदे भारत की ट्रेनों में लागू किया जाएगा. अगर यह सफल होता है, तो अन्य वंदे भारत ट्रेनों में भी ये सुविधा प्रदान की जाएगी. कुल मिलाकर इस वैल्यू एड करने वाली सर्विसों के जरिए पैसेंजर्स को वर्ल्डक्लास ट्रैवल एक्सपीरियंस देना ही मकसद है.
यात्री सेवा अनुबंध के तहत मिलेगी ये सभी सुविधा: इस स्कीम के जरिए रेलवे आपको द्वारपाल सर्विस (Concierge Services), यात्रा के दौरान इन्फोटेनमेंट सर्विस (Onboard Infotainment)और यात्रा में आसानी (Access to Travel Essential) की सविधा देगा. इन सर्विसों में रेलवे की तरफ से रेलवे कैटरिंग, हाउसकीपिंग के लिए सर्टिफाइड ट्रैक रिकॉर्ड करने वाले सर्विस प्रोवाइडर की पोस्टिंग करेगा. इसकी अलावा हर कोच में साफ सफाई की अच्छी सुविधा रहेगी. इसके लिए विशेष तौर पर ट्रेंड किए गए हाउसकीपिंग शख्स की तैनाती रहेगी. इनके अलावा कैब, व्हीलचेयर और बग्गी ड्राइव की सुविधा भी रेलवे की तरफ से मिलेगी. हालांकि, ये सुविधा पहले और आखिरी स्टेशन के लिए रहेगी.
इन्फोटेनमेंट सुविधा में क्या रहेगा खास: रेलवे अपने यात्रियों को जागरुकता भरी जानकारी भी प्रदान करेगा. इसके तहत क्वालिटी कंटेंट के जरिए जानकारी प्रदान करेगा. इनमें ट्रेवल से जुड़े कानून, डाटा प्रोटेक्शन से जुड़ी जानकारी, ब्रॉडकास्टिंग और इंटलेक्चुअल प्रॉपर्टी से जुड़े अधिकारों के बारे में जानकारी दी जाएगी.
फूड मीनू में क्या रहेगा खास: रेलवे ने यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए खास तरह का फूड मीनू तैयार किया है. ये सभी फूड ISO सर्टिफाइड किचन में तैयार किए जाएंगे. इसके पीछे रेलवे का लक्ष्य है कि यात्रियों को हाइजीन फूड प्रदान कर सकें.
इन्हें मिलेगा सर्विस का कॉन्ट्रेक्ट: इनमें कॉन्ट्रेक्टर के पास फूड-हाउसकीपिंग ट्रेनिंग के लिए सभी तरह के वर्कर्स होने चाहिए. इसके अलावा रेलवे उनके पैमेंट और डॉक्यूमेंटेशन को रिव्यू भी करेगा. साथ ही ठेकेदार को दिखाना होगा कि पहले भी सप्लाई फूड वे तैयार कर चुके हैं.