भोपाल। भारतीय प्रशासनिक सेवा यानी आईएएस लेवल के अधिकारी अपने काम में इतने व्यस्त होते हैं कि उन्हें अन्य गतिविधियों के लिए समय ही नहीं मिल पाता. लेकिन मध्यप्रदेश की एक महिला आईएएस इन दिनों यूट्यूब पर खासी चर्चा में हैं और वह भी स्कूली बच्चे व उनके माता-पिता के बीच. दरसअल माध्यमिक शिक्षा मंडल यानी एमपी बोर्ड में अतिरिक्त सचिव आईएएस अधिकारी शीला दाहिमा अब बच्चों के लिए टीचर भी बन गई हैं. 1 मार्च से मध्य प्रदेश में बोर्ड की परीक्षाएं शुरू होने जा रही हैं, ऐसे में बच्चों में परीक्षा के प्रति डर खत्म करने और उन्हें मोटिवेट करने के लिए शीला ने खुद यूट्यूब पर चैनल बनाया है. इस चैनल के माध्यम से शीला बच्चों को पढ़ाई के प्रति मोटिवेट करती हैं, इसमें पूरी की पूरी स्क्रिप्ट भी शीला ने ही लिखी है और कंटेंट भी उन्हीं के हैं. यहां तक की इस यूट्यूब क्लिप के शुरुआती गाने को भी शीला ने ही आवाज दी है. जिसे माध्यमिक शिक्षा मंडल की वेबसाइट पर भी अपलोड भी किया गया है.
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यूट्यूब पर अपलोड किए वीडियो: शीला बताती हैं कि ''हर आम नागरिक की समाज के प्रति कुछ ना कुछ जिम्मेदारी होती हैं. ऐसे में एग्जाम के दिनों में बच्चों को किस तरह से मोटिवेट किया जाए, यह ख्याल उनके मन में आया था. इसके लिए उन्होंने सोचा कि क्यों ना कुछ वीडियो बनाकर बच्चों को मोटिवेट किया जाए. क्योंकि आज के समय में हर बच्चा मोबाइल से जुड़ा हुआ है और वह पढ़ने के साथ-साथ देखकर और सुनकर जल्दी समझ जाता है. इसलिए उन्होंने भी बच्चों को मोटिवेट करने के लिए कुछ वीडियो बनाई और उसे यूट्यूब पर अपलोड कर दिया''.
वीडियो देख मोटिवेट होंगे बच्चे: इन वीडियो का लिंक बच्चों ओर उनके माता-पिता को भी मोबाइल के माध्यम से भेजा जा रहा है, जिससे ज्यादा से ज्यादा बच्चे इन वीडियो को देख सकें और मोटिवेट हो सके. शीला बताती हैं कि ''इसके लिए पहले तो उन्होंने कंसेप्ट पर काम किया कि किस तरह से बच्चे मोटिवेट हो और उनके कौन-कौन से सवालों के जवाब दिए जा सके. इसके लिए उन्होंने पूरी स्क्रिप्टिंग करी और कंटेंट भी लिखें, यहां तक कि शुरुआत में जो थीम सॉन्ग है उसमें आवाज भी शीला ने ही दी है''.
शीला को बचपन से थी संगीत में रूची: शीला दाहिमा इसके पहले भी यूट्यूब पर कई गीतों को रीमिक्स कर अपलोड कर चुकी हैं और खासी चर्चा में रह चुकी है. शीला बताती हैं कि उन्हें संगीत में बचपन से ही रुचि थी, लेकिन आईएएस की तैयारी के चलते उन्होंने संगीत की शिक्षा नहीं ली, लेकिन सुनने के बाद भी वह कोशिश करती रहीं और अपनी इस प्रतिभा और लगन को उन्होंने यूट्यूब के माध्यम से सभी के बीच प्रस्तुत किया. वह आज भी कई फिल्मी गीतों पर रीमिक्स सॉन्ग बनाती है और उसे यूट्यूब पर अपलोड करती है.
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मौका मिला तो फिल्मी दुनिया में जाएंगी: शीला से जब पूछा गया, क्या उनका उद्देश्य मुंबई फिल्मी दुनिया में भी जाने का है, तो इस पर उनका कहना था कि ''वह हमेशा पॉजिटिव सोचती हैं, जीवन में कभी मौका मिला तो जरूर जाएंगी, क्योंकि हर काम करके देखना चाहिए. वही शीला बच्चों और उनके अभिभावकों से कहती हैं कि एग्जाम को लेकर ज्यादा तनाव बच्चों को लेने की जरूरत नहीं है. साथ ही माता-पिता को यह ध्यान रखना चाहिए कि बच्चे ज्यादा तनाव में न रहें. इसके लिए बच्चों को ना ही डांटे, ना ही उन्हें पढ़ाई के लिए ज्यादा प्रेशराइस करें, बच्चों ने जितना पढ़ लिया है उसका रिवीजन करें और एग्जाम देकर आए''.