भोपाल- शादी के सात फेरों में सात वचन होते हैं, जिसमें सबसे अहम होता है, हर परिस्थिति में साथ निभाने का, लेकिन भोपाल में एक पति ने पत्नी के बीमार होते ही तलाक की अर्जी लगा दी. शादी के कुछ सालों तक तो सब ठीक चला, लेकिन साल 2015 में जैसे ही पति को मालूम हुआ कि पत्नी को ब्लड कैंसर है तो उसने दूरियां बढ़ाने लगा और एक दिन फैमिली कोर्ट में तलाक की अर्जी लगा दी, लेकिन पत्नी का कहना है कि वो अपने पति से दूर नहीं जाना चाहती और आखिरी सांस तक अपने पति के साथ रहना चाहती है.
गौरतलब है कि पति का नाम दीपक दुबे है, जो कि एक निजी कंपनी में एचआर है. दीपक की शादी साल 2002 में शालिनी दुबे से हुई थी और उन्हें 12 सला का बेटा भी है. जिस वक्त पति को पत्नी की बीमारी का पता चला, उसके एक दो साल तो इलाज कराया लेकिन जैसे-जैसे बीमारी बढ़ती गई, पति ने भी दूरियां बढ़ानी शुरू कर दी और उसे मायके भेज दिया. पत्नी करीब 3 सालों से मायके में अपने बेटे के साथ रह ही है, इलाज का पूरा खर्च और बच्चे की पढ़ाई मायके वाले ही करा रहे हैं. जब दोनों पक्षों की काउंसलिंग कराई गई तो पति ने तलाक की बात कही, इतना ही नहीं पति जल्द से जल्द दूसरी शादी करना चाहता है. फिलहाल पूरा मामला फैमिली कोर्ट में चल रहा है .