भोपाल। राजधानी भोपाल के हमीदिया मेडिकल कॉलेज ने जो नया प्रयोग किया है, वह अपने आप में मील का पत्थर साबित हुआ है. इसके लिए प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह ने मेडिकल कॉलेज टीम को बधाई दी है. उन्होंने कहा कि मैं आज हमीदिया अस्पताल के अपने डॉक्टर्स को बधाई देना चाहता हूं.सरकारी अस्पतालों की आलोचना बहुत आसान है.अब जब उन्होंने अच्छा काम किया है, तो उनकी उपलब्धियों की प्रशंसा की जानी चाहिए.
पहली बार इस्तेमाल हुई नई तकनीकः हमीदिया अस्पताल में पहली बार अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है. टीवी के मरीजों के इलाज के लिए पहली बार इस तरह की तकनीक इस्तेमाल की गई. जांघ के रास्ते फेफड़े में कैथेटर डालकर खून की नली को ठीक किया गया. मुख्यमंत्री बोले मैं डॉक्टर राजीव गुप्ता और डॉक्टर लवली कौशल व उनकी पूरी टीम को बधाई देता हूं. उन्होंने स्वास्थ सुरक्षा के लिए बहुत बड़ा काम किया है. यह सबके लिए प्रेरणादायी साबित होगा.
प्रसूताओं के उपचार में मप्र नंबर वनः शिवराज सिंह ने कहा कि एक और प्रसन्नता का विषय है. मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई मील के पत्थर स्थापित किए हैं. सरकार ने एक बड़ी उपलब्धि और हासिल की है. प्रसूताओं को उपचार देने में मध्यप्रदेश देश में अव्वल आया है. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की ओर से प्रसव कक्ष की गुणवत्ता बेहतरी के लिए शुरू किए गए अभियान 'लक्ष्य' में मध्यप्रदेश को देश में पहला स्थान प्राप्त हुआ है.
गुजरात दूसरे और महाराष्ट्र तीसरे स्थान पर हैः लक्ष्य योजना के तहत 111 सरकारी संस्थाओं को राष्ट्रीय स्तर पर प्रमाणीकरण मिला है. इसी आधार पर इन संस्थाओं को 1लाख रुपए से लेकर 5 लाख रुपए तक का वार्षिक अनुदान भी प्राप्त होगा. जिससे ऑपरेशन थिएटर और प्रसव कक्ष की देखरेख के लिए खर्च किया जाएगा. सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण मातृत्व देखभाल को ध्यान में रखते हुए, प्रदेश के अस्पतालों की व्यवस्थाओं की जांच की गई. एनएचएम के शिशु और मातृ स्वास्थ्य विभाग की जानकारी के अनुसार कायाकल्प अभियान में बेहतर प्रदर्शन करने वाले अस्पतालों को लक्ष्य के लिए जांचा गया. केंद्रीय दल ने लक्ष्य योजना के तहत प्रदेश की 111 संस्थाओं में ऑपरेशन थिएटर की व्यवस्था जांच की गई जो अच्छी पाई गई. शिवराज ने कहा कि मैं इसके लिए भी बधाई देता हूं.
विकास यात्रा पर बोले शिवराज सिंहः भाजपा सरकार की विकास यात्रा अब अपने अंतिम चरण में है. यह जन कल्याण का महायज्ञ बन चुकी है. अब तक 34 हजार 176 लोकार्पण हुए हैं. यह कांग्रेस को दिखाई नहीं देते हैं. विकास यात्रा में भूमि पूजन 25 हजार 686 किए गए हैं. यह कांग्रेस को दिखाई नहीं देते हैं. विकास यात्रा में 7 लाख 72 हजार 36 आवेदन आए हैं, जिसमें से 6 लाख 51 हजार 64 का सकारात्मक समाधान किया जा चुका है.