भोपाल। मानहानि मामले के बाद कोर्ट से लौटे दिग्विजय सिंह पत्रकारों से भी रूबरू हुए. अपनी फेवरेट जगह इंडियन कॉफी हाउस में दिग्विजय सिंह ने सभी को कॉफी पर बुलाया और उसके बाद हर सवालों का खुलकर जवाब दिया. अडाणी ग्रुप के शेयर गिरने पर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह का कहना है कि, एक बात समझ जाइए कि कोविड के समय हर व्यक्ति की आमदनी कम हुई, लेकिन देश के कुछ उद्योगपतियों के मार्केट कैप तेजी से बढ़ा. इसका क्या कारण रहा, जब उद्योग बंद है, बाजार बंद है, तब उनका इतना मार्केट कैप कैसे बढ़ा, यह सोचने की बात है. दिग्विजय सिंह पत्रकारों के सवालों के जवाब देने के साथ-साथ खुद भी सवाल पूछते जा रहे थे.
कहां है सुप्रीम कोर्ट का टॉस्क फोर्सः अब आप जानते हो जिस प्रकार से भाजपा के पास अनाप-शनाप पैसा आया है. वह अलग-अलग कंपनियां के माध्यम से आया है. इसमें जो भी शेयर मार्केट खेलते हैं, पंप एंड डंप बंप, मतलब पैसा लगाओ शेयर मार्केट बढ़ाओ और गिराओ, यह खेल होता है. 2014 के पहले भाजपा ने कहा था कि हम काला धन विदेशों से लाएंगे और सुप्रीम कोर्ट का टॉस्क फोर्स भी बना था. आज 9 साल हो गए उसके बारे में कोई चर्चा सुनी क्या आपने, कहां है वह टॉस्क फोर्स सुप्रीम कोर्ट का?
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राहुल गांधी ने कहा था बबल फूटेगाः पनामा पेपर्स जिसमें बड़े-बड़े लोगों का नाम है. उसमें बीजेपी के नेताओं का भी नाम है उनका क्या हुआ ? मोदी जो कहते हैं न खाऊंगा न खाने दूंगा. वह यह है कि "मैं खुद ही खाऊंगा और दूसरे को नहीं खाने दूंगा". दूसरे वह सब जोकि मोदी-शाह जी के चहेते हैं, जो चाहते हैं उन्हीं को सारे ठेके मिलते हैं. उन्हीं को सारी सुविधाएं मिलती है. गौतम अडाणी जी का भी वही मैटर, जिस तरीके से उनका कैपिटलाइजेशन बढ़ा. एक महीने पहले राहुल गांधी जी ने चर्चा में कहा था, बबल फूटेगा, निकाल लो पैसा और यही हुआ. एक महीने बाद बबल फूट गया. एलआईसी का आम आदमी का पैसा है, उसका घाटा हुआ है. पूरे देश में जिन लोगों ने अडाणी जी के शेयर खरीदे हैं, उनका नुकसान हुआ है. उन्होंंने कहा कि चार्टर्ड अकाउंटेंट एंडरसन अभी 7 कंपनियों का पर्दाफाश कर चुका है. उसने तो खुलेआम चुनौती भी दी है कि अगर अगर मैं गलत हूं तो आप हमारे यहां अमेरिका में आकर मानहानि का केस कर सकते हैं. हमारे यहां तो इसका कानून और भी ज्यादा सख्त है.