भोपाल। मध्यप्रदेश सायबर पुलिस ने दिल्ली के जिस ठग को गिरफ्तार किया है, वह बाकायदा विज्ञापन देकर ठगी को अंजाम देता था. सायबर पुलिस के अनुसार अनिल कुमार माहेश्वरी नामक यह ठग दिल्ली के राहिणी इलाके में प्रापॅर्टी डीलिंग का काम करता है. यही काम करते-करते इसे लोन दिलाने की ठगी का आइडिया आया. उसने वाट्सएप पर बल्क मैसेजिंग प्लान खरीदा और फिर प्रधानमंत्री मुद्रा लोन दिलाने का ऑफर वाले मैसेज भेजने शुरू किए.
अखबारों में भी दिए विज्ञापन : ये ठग अखबारों में भी लोन दिलाने के मैसेज प्रकाशित करवाता था. धीरे-धीरे इससे महिलाएं, बुजुर्ग और छोटे कारोबारी उससे संपर्क करने लगे. हाल ही में इसके खिलाफ भोपाल के यशपाल दत्ता नामक शख्स ने शिकायत की तो यह पकड़ा गया. दत्ता ने अपनी शिकायत में बताया कि उसे 2 फीसदी ब्याज पर लोन दिलाने का ऑफर मिला था. इसमें सब्सिडी का भी लालच देता था. इसके बाद सिक्योरिटी डिपोजिट, प्रोसेसिंग फीस और लेट फीस समेत अन्य चार्जेस मिलाकर करीब 6 लाख रुपए की धोखाधड़ी की गई. आरोपी के खिलाफ भादवि की धारा 420, 66डी आईटी एक्ट के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है.
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बातचीत करके लेता था झांसे में : ठग अनिल कुमार माहेश्वरी मूल रूप से दिल्ली का रहने वाला है और बातचीत में काफी शातिर है. एक बार यदि इससे कोई बात कर ले तो फिर फंसकर रह जाता है. आरोपी ने फ्रॉड करने के लिए फर्जी दस्तावेजों से सिम एक्टिवेट कराई. इसी का इस्तेमाल वह फ्रॉड करने में करता था. वाट्सएप पर बल्क मैसेज सर्विस ली और विज्ञापन देकर मुद्रा लोन दिलाने का प्रचार करता था. वर्ष 2022 से ही वह लगातार ऐसा फर्जीवाड़ा कर रहा था. इसके झांसे में सबसे अधिक बेरोजगार युवक युवतियां और छोटे कारोबारी आ रहे थे. इनमें में भी महिलाओं और बुजुर्गों की संख्या सबसे अधिक है. रजिस्ट्रेशन के लिए प्रत्येक से 500 से 2500 रुपए तक लेता था. इसके पास से 2 सिम कार्ड, 1 एंड्राइड मोबाइल, 2 एटीएम कार्ड, 1 फर्जी वोटर आईडी कार्ड और 54 हजार रुपए नगदी मिले हैं.