भोपाल। भोपाल देहात के सूखी सेवनिया थाना प्रभारी नवीन कुमार ने बताया कि नरेश गौड़ थाना क्षेत्र के ग्राम पिपलिया जाहिर पीर में रहता था और ड्रायवरी करता था. परिवार में उसकी पत्नी रीता ठाकुर और बुजुर्ग मां सरस्वती गौड़ रहती हैं. अन्य परिजन उसी गांव में अलग घर रहते हैं. नरेश और रीता की शादी वर्ष 2018 में हुई थी. दोनों के बच्चे नहीं हैं. बुधवार को सुबह करीब 11 बजे मां सरस्वती मंदिर चली गई. इस दौरान पति व पत्नी घर पर थे. करीब एक घंटे बाद जब महिला मंदिर से लौटी तो रसोई से होकर भीतर जाने वाला दरवाजा अंदर से बंद मिला.
मोहल्ले वालों ने दरवाजा तोड़ा : काफी देर तक खटखटाने के बाद भी जब दरवाजा नहीं खुला तो उन्होंने अपने दूसरे बेटे को फोन लगाकर जानकारी दी लेकिन वह काम पर जा चुका था. इसलिए पड़ोस में रहने वाले जितेंद्र साहू को फोन करके घर जाकर देखने को कहा. जितेंद्र ने भी दरवाजा खटखटाया लेकिन जब नहीं खुला तो वह छत पर पहुंचा. वहां से देखा तो दोनों पति-पत्नी के शव दिखाई दिए. इसके बाद मोहल्ले वालों की मदद से दरवाजा तोड़ा गया तो वहां का दृश्य देखकर सब लोग घबरा गए. वहां नरेश और रीता के कमरे में शव पड़े थे.
ये खबरें भी पढ़ें... |
सुसाइड नोट की होगी जांच : सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने एफएसएल टीम के साथ मुआयना किया और शव पीएम के लिए भेजा गया. घटनास्थल से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें आपसी लड़ाई झगड़े की बात लिखी गई है. हालांकि यह सुसाइड नोट किसने लिखा, इसका खुलासा नहीं हो पाया है. प्रारंभिक पूछताछ में यह भी पता चला है कि दंपती के बीच भरण-पोषण का मामला न्यायालय में भी विचाराधीन है. पुलिस का कहना है कि सुसाइड नोट की हैंड राइटिंग एक्सपर्ट से जांच कराई जाएगी.