भोपाल: नगर निगम स्वच्छता में नंबर वन आने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है. स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 के लिए नगर निगम जो कैंपेन चलाएगा उसमें वह बड़े आयोजन नहीं करेगा. इस बार छोटे कैंपेन पर नगर निगम का फोकस रहेगा. इसकी वजह है कोरोना संक्रमण.
स्वच्छता कैंपेन में बदलाव
नगर निगम हर साल स्वच्छता सर्वेक्षण से पहले भोपाल की जनता को जागरूक करने के लिए स्वच्छता अभियान चलाता है. लेकिन इस बार कोरोना के कारण कैंपेन में बदलाव किया गया है. नगर निगम कमिश्नर वीएस चौधरी कोलसानी का कहना है कि रिलेक्स मिला हुआ है. लेकिन बड़े आयोजन नहीं करेंगे. इस बार मार्केट एसोसिएशन, कॉलोनियों और छोटे-छोटे ग्रुप में लोगों के बीच जाएंगे और स्वच्छता को लेकर जागरूक करेंगे.
मार्च में होता है स्वच्छता सर्वेक्षण
स्वच्छता सर्वेक्षण मार्च महीने में होना है. तब सर्वेक्षण के लिए टीम आएगी. हर साल यह सर्वेक्षण जनवरी महीने में होता है. लेकिन इस साल कोरोना वायरस के कारण इसे मार्च तक टाला गया. अलग शहरों के लोगों का फीडबैक लेने का काम शुरू कर दिया गया है.
ऑनलाइन है सीटीजन फीडबैक
यह इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इस बार सिटीजन फीडबैक रैंकिंग का मुख्य आधार होगा. अभी तक फीडबैक देने के मामले में मध्यप्रदेश में इंदौर पहले नंबर पर है. वही दूसरे नंबर पर राजधानी भोपाल है.
टॉप 10 में थे एमपी के दो शहर
2020 स्वच्छता सर्वेक्षण की बात की जाए तो मध्य प्रदेश के 2 शहर टॉप 10 में थे. इसमें लगातार चौथी बार इंदौर पहले नंबर पर था, वही सातवें नंबर पर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल ने जगह बनाई थी. इस बार भी दोनों शहरों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है.
इंदौर शुरु कर चुका है तैयारी
देश में स्वच्छता को लेकर लगातार चार बार नंबर वन रहने के बाद अब इंदौर नगर निगम ने स्वच्छता में पांचवीं बार नंबर वन बनने की तैयारी शुरू कर दी है. पांचवी बार के स्वच्छता सर्वेक्षण में नियमों को और कड़ा किया गया है. इन नियमों में किसी भी तरह की लापरवाही न बरती जाए, इसके लिए भी नगर निगम खास ध्यान रख रहा है. जिसके लिए अब अधिकारियों को अपने कार्यालयों को छोड़ मैदान में रहने के निर्देश दिए गए हैं और स्वच्छता को लेकर किए जा रहे कामों पर सतत निगरानी रखने के आदेश निगमायुक्त ने दिए हैं.