भोपाल। राजधानी भोपाल में एक दुखद हादसा सामने आया है. जिसमें एक एक साल का मासूम घरवालों की मौजूदगी में खेलते समय घर में पानी की बाल्टी में डूब गया. काफी इलाज के बाद भी उसे बचाया नहीं जा सका. बताया जा रहा है कि मासूम अभी चलना सीखने की कोशिश कर रहा था, तभी यह घटना घटित हुई. निजी अस्पताल में इलाज के बाद बच्चे को हमीदिया अस्पताल ले जाया गया. जहां 7 दिनों के इलाज के बाद गुरुवार को डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. अस्पताल की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामला दर्ज किया है.आज बच्चे का पोस्टमार्टम कराया जाएगा.
बाल्टी के सहारे खड़े होने की कोशिश: राजधानी भोपाल के कोलार थाने के थाना प्रभारी जय सिंह ने बताया कि कोलार थाना क्षेत्र में रहने वाले अतीक खान फेब्रिकेशन का काम करते हैं. अतीक खान पत्नी और 3 बच्चों के साथ गेहूंखेड़ा में रहते हैं. उनका सबसे छोटा बच्चा अभी केवल एक साल का था. उन्होंने बताया कि 18 मई को सुबह लगभग 9 बजे उनके घर पर कुछ मेहमान आए हुए थे. जिसके कारण वे पति-पत्नी मेहमानों में व्यस्थ हो गए. इसी बीच उनका एक साल का बच्चा बुद्धशिर खान जो कि वहीं घर के अंदर घुटनो के बल खेल रहा था. खेलते-खेलते वह घर के बाहर आंगन में रखी हुई पानी से भरी बाल्टी के पास पहुंच गया. जहां वह बाल्टी के सहारे खड़े होने की कोशिश कर रहा था.
बाल्टी में गिरने से बच्चे की मौत: इसी दौरान उसका बैलेंस बिगड़ा और वह बाल्टी में गिर गया. जैसे ही बच्चे की मां उसे खोजते हुए बाहर आई तो उसे बच्चे के पैर बाल्टी के बाहर दिखे. परिजन बच्चे बुद्धशिर को लेकर तत्काल घर के पास ही स्थित जेके हॉस्पिटल पहुंचे. जहां से बच्चे की तबीयत में कोई सुधार होता ना देख वह उसे लेकर हमीदिया हॉस्पिटल पहुंचे. जहां बच्चे को भर्ता कराया. बीती रात इलाज के दौरान जब उसके शरीर में कोई हलचल नहीं हो रही थी. ड्यूटी डॉक्टर ने चेक करने के बाद बच्चे को मृत घोषित कर दिया. डॉक्टर ने बताया कि बच्चे के फेफड़े में पानी भर गया था.
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बच्चे के शव का होगा पोस्टमार्टम: डॉक्टर ने इस पूरे मामले में पुलिस को सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्चे की मौत के मामले में मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए मर्चुरी में रखवा दिया था. हालांकि बच्चे के परिजन उसका पोस्टमार्टम नहीं कराना चाह रहे थे, लेकिन पुलिस ने समझाया कि इस मामले में पोस्टमार्टम होना अनिवार्य है. इसलिए आज बच्चे का पोस्टमार्टम कराया जाएगा. उसके बाद बच्चे का शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा.