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जहरीली हवा में सांस ले रही राजधानी, 300 के पार पहुंचा Air Quality Index, मैदान में उतरे अफसर

Bhopal Air Quality Index: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में ग्रीन सिटी में पाल्युशन का स्तर खतरे के निशान पर पहुंच गया है. भोपाल में एयर क्वालिटी इंडेक्ट 300 के पार बना हुआ है. लगातार प्रदूषण को देखते हुए प्रशासन एक्शन में आ गया है.

Bhopal Air Quality Index
जहरीली हुई हवा
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Nov 22, 2023, 9:01 PM IST

भोपाल कलेक्टर का बयान

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में दम घोंटू प्रदूषण ने प्रशासन की नींद उड़ा दी है. ग्रीन सिटी में पाल्युशन का स्तर खतरे के निशान पर पहुंच गया है. भोपाल में एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 के पार बना हुआ है. पॉल्युशन की वजह से श्वास से जुड़ी परेशानियों के मरीजों की संख्या में 15 फीसदी तक बढ़ोत्तरी हो गई है. लगातार प्रदूषण को देखते हुए प्रशासन एक्शन में आ गया है. अधिकारी लगातार सड़कों पर उतर कर पॉल्युशन रोकने के उपाए कर रहे हैं. वाहनों में पीयूसी को सख्ती से लागू किया जा रहा है. साथ ही फुल टैंक कराने पर पीयूसी को मुफ्त किया गया है.

समझिए क्यों चिंतित हैं अफसर: भोपाल में पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड तीन स्थानों शाहपुरा, टीटी नगर और ईदगाह हिल्स कोहेफिजा पर पॉल्युशन का स्तर मापती है. भोपाल के पर्यावास परिसर में बुधवार सुबह 11 बजे एआईक्यू यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स 305 था, यानी बहुत खराब. इसमें पीएम 2.5 का स्तर 314 था. इसी तरह ईदगाह हिल्स में 314 और टीटी नगर में एक्यूआई 284 था. शहर की हवा में पॉल्युशन का स्तर बढ़ने से लोगों को श्वास से जुड़ी समस्याएं बढ़ गई है. दरअसल हवा में पीएम 2.5 यानी हवा में धूल के बेहद सूक्ष्म कण उड़ते हैं, जिनका व्यास 2.5 माइक्रोन का या उससे कम होता है. यह आसानी से फेफड़ों में सांस के साथ अंदर पहुंच जाते हैं.

Bhopal Air Quality Index
एयर क्वालिटी इंडेक्स

इसलिए बढ़ रहा पॉल्युशन: शहर में पॉल्युशन बढ़ने का मुख्य कारण निर्माण कार्यों को माना जा रहा है. भोपाल में कोलार इलाके में सिक्सलेन प्रोजेक्ट चल रहा है. इसके अलावा मेट्रो प्रोजेक्ट का काम भी किया जा रहा है. इसके लिए लगातार खुदाई और मिट्टी को डाला जा रहा है. इस रूट की सड़क जर्जर है और वाहनों से धूल उड़ रही है, जो पॉल्युशन को बढ़ा रही है. उधर पर्यावरण विशेषज्ञ डॉ. सुभाष पांडे कहते हैं कि सर्दी बढ़ने से हानिकारक गैसें और धूल के कण जल्दी डिजाल्व नहीं हो जाते. इस वजह से एक्यूआई बढ़ रहा है. प्रदूषण को देखते हुए लोगों को सुबह हल्की धूप निकलने तक मॉर्निंग वॉक भी नहीं करनी चाहिए. दिन में बाहर मॉस्क लगाकर ही बाहर निकलें.

यहां पढ़ें...

मैदान में उतारे अफसर: राजधानी भोपाल में प्रदूषण का स्तर बढ़ने से चिंतित अफसर शहर की सड़कों पर उतरे. इसके पहले भोपाल के संभागीय कमिश्नर डॉ. पवन शर्मा ने दो दिन पहले भोपाल कलेक्टर आशीष सिंह और नगर निगम कमिश्नर फ्रैंक नोबल ए. के साथ बैठक की. इसके बाद शहर के अलग-अलग इलाकों में जर्जर सड़कों, चौराहों की की स्थिति देखने मौके और पहुंचे और उन्हें दुरूस्त करने के निर्देश दिए. प्रदूषण कम करने के लिए गाड़ियों की पीयूसी को सख्ती से लागू करने का निर्णय लिया गया. भोपाल कलेक्टर ने शहर के अलग-अलग पेट्रोल पंपों पर औचक निरीक्षण किया. गाड़ियों की पीयूसी न मिलने पर चालानी कार्रवाई के निर्देश दिए. उधर चार पहिया वाहन को फुल टैंक कराने पर पीयूसी को मुफ्त किया गया है.

भोपाल कलेक्टर का बयान

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में दम घोंटू प्रदूषण ने प्रशासन की नींद उड़ा दी है. ग्रीन सिटी में पाल्युशन का स्तर खतरे के निशान पर पहुंच गया है. भोपाल में एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 के पार बना हुआ है. पॉल्युशन की वजह से श्वास से जुड़ी परेशानियों के मरीजों की संख्या में 15 फीसदी तक बढ़ोत्तरी हो गई है. लगातार प्रदूषण को देखते हुए प्रशासन एक्शन में आ गया है. अधिकारी लगातार सड़कों पर उतर कर पॉल्युशन रोकने के उपाए कर रहे हैं. वाहनों में पीयूसी को सख्ती से लागू किया जा रहा है. साथ ही फुल टैंक कराने पर पीयूसी को मुफ्त किया गया है.

समझिए क्यों चिंतित हैं अफसर: भोपाल में पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड तीन स्थानों शाहपुरा, टीटी नगर और ईदगाह हिल्स कोहेफिजा पर पॉल्युशन का स्तर मापती है. भोपाल के पर्यावास परिसर में बुधवार सुबह 11 बजे एआईक्यू यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स 305 था, यानी बहुत खराब. इसमें पीएम 2.5 का स्तर 314 था. इसी तरह ईदगाह हिल्स में 314 और टीटी नगर में एक्यूआई 284 था. शहर की हवा में पॉल्युशन का स्तर बढ़ने से लोगों को श्वास से जुड़ी समस्याएं बढ़ गई है. दरअसल हवा में पीएम 2.5 यानी हवा में धूल के बेहद सूक्ष्म कण उड़ते हैं, जिनका व्यास 2.5 माइक्रोन का या उससे कम होता है. यह आसानी से फेफड़ों में सांस के साथ अंदर पहुंच जाते हैं.

Bhopal Air Quality Index
एयर क्वालिटी इंडेक्स

इसलिए बढ़ रहा पॉल्युशन: शहर में पॉल्युशन बढ़ने का मुख्य कारण निर्माण कार्यों को माना जा रहा है. भोपाल में कोलार इलाके में सिक्सलेन प्रोजेक्ट चल रहा है. इसके अलावा मेट्रो प्रोजेक्ट का काम भी किया जा रहा है. इसके लिए लगातार खुदाई और मिट्टी को डाला जा रहा है. इस रूट की सड़क जर्जर है और वाहनों से धूल उड़ रही है, जो पॉल्युशन को बढ़ा रही है. उधर पर्यावरण विशेषज्ञ डॉ. सुभाष पांडे कहते हैं कि सर्दी बढ़ने से हानिकारक गैसें और धूल के कण जल्दी डिजाल्व नहीं हो जाते. इस वजह से एक्यूआई बढ़ रहा है. प्रदूषण को देखते हुए लोगों को सुबह हल्की धूप निकलने तक मॉर्निंग वॉक भी नहीं करनी चाहिए. दिन में बाहर मॉस्क लगाकर ही बाहर निकलें.

यहां पढ़ें...

मैदान में उतारे अफसर: राजधानी भोपाल में प्रदूषण का स्तर बढ़ने से चिंतित अफसर शहर की सड़कों पर उतरे. इसके पहले भोपाल के संभागीय कमिश्नर डॉ. पवन शर्मा ने दो दिन पहले भोपाल कलेक्टर आशीष सिंह और नगर निगम कमिश्नर फ्रैंक नोबल ए. के साथ बैठक की. इसके बाद शहर के अलग-अलग इलाकों में जर्जर सड़कों, चौराहों की की स्थिति देखने मौके और पहुंचे और उन्हें दुरूस्त करने के निर्देश दिए. प्रदूषण कम करने के लिए गाड़ियों की पीयूसी को सख्ती से लागू करने का निर्णय लिया गया. भोपाल कलेक्टर ने शहर के अलग-अलग पेट्रोल पंपों पर औचक निरीक्षण किया. गाड़ियों की पीयूसी न मिलने पर चालानी कार्रवाई के निर्देश दिए. उधर चार पहिया वाहन को फुल टैंक कराने पर पीयूसी को मुफ्त किया गया है.

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