भोपाल। विश्व रैंकिंग की दूसरे नंबर की शूटर अंजुम मोदगिल को पछाड़कर गोल्ड जीतने पर बांधवी सिंह ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. शूटर बांधवी ने बताया कि वो व्यक्तिगत रूप से प्रैक्टिस करती है. वो मध्य प्रदेश शूटिंग अकादमी की खिलाड़ी नहीं है और फिलहाल उनके पास प्रैक्टिस के कम साधन हैं.
बांधवी का कहना है कि उन्होंने जीत का नहीं सोचा था. बेसिक ट्रेनिंग को ध्यान में रखकर ही मैच खेला. उन्हे प्रैक्टिस के लिए बस 10-15 का समय ही मिला था. बांधवी ने अपने खेल के बारे में बताया कि उन्होंने पहली बार किसी राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भाग लिया है. इससे पहले वो हॉकी खेलती थी, लेकिन 12वीं कक्षा के बाद उन्होंने शूटिंग पर ध्यान दिया. हालांकि उनके पिता शूटिंग में ही राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी रह चुके है और शूटिंग में आने की प्रेरणा भी उन्हें अपने पिता से ही मिली.