बालाघाट। नगरीय क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 32 निवासी पवन आहूजा के आत्महत्या के लिए उत्प्रेरित करने के मामले में मंडला जिले के डॉ. शिवानी निषाद को गिरफ्तार किया है. जबकि आत्महत्या के लिए उत्प्रेरित करने के मामले में बनाये गये अन्य आरोपी में रानी निषाद, शिक्षक कैलाश नंदनवार, पत्नी अनिता नंदनवार और तीजन कुशराम फरार है. बम्हनी थाना उपनिरीक्षक वकार खान ने बताया कि बाकि बचे आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जायेगा.
इंदौर में कर रहा था पीएससी की तैयारी: 20 दिसंबर 2022 को पवन आहुजा ने बम्हनी में पिता के निवास पर आत्महत्या कर ली थी. मामले में पुलिस को पवन आहुजा के सुसाइड नोट में पड़ोसियों द्वारा झूठे मामले में फंसा देने, बलात्कार की धमकी और शिकायतों से परेशान होकर आत्महत्या किये जाने की बात का लिखी थी. जिसकी जांच कर पुलिस ने पांचों लोगों के खिलाफ पवन आहुजा को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामला दर्ज किया था. बताया जा रहा है कि पवन आहुजा परिवार का इकलौता बेटा था. जो इंदौर में रहकर पीएससी की तैयारी कर रहा था. मां से होने वाले अक्सर विवाद के चलते पड़ोसियों द्वारा पुलिस में शिकायते दर्ज करवाई गई थी.
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महिला डॉक्टर और पड़ोसियों पर लगाया आरोप: वहीं आयुष चिकित्सक डॉ. शिवानी निषाद द्वारा उसे बलात्कार के झूठे मामले में फंसाने की धमकी दी जाती थी. जिससे पवन आहुजा अपने भविष्य को लेकर परेशान था. जो दिसंबर में इंदौर से लौटकर पिता के पास बम्हनी गया था. जहां बेटे को छोड़कर पिता बालाघाट आ गये थे. जब वह 20 दिसंबर 2022 को वापस बम्हनी लौटे तो देखा कि घर का दरवाजा बंद था. अंदर से कोई जवाब नहीं मिलने पर जब वह पड़ोसियों के साथ दरवाजा तोड़कर अंदर कमरे में पहुंचे तो देखा कि बेटा पवन आहुजा ने सुसाइड कर लिया है. पुलिस ने शव को बरामद कर पंचनामा की कार्रवाई के दौरान पवन आहुजा के पास से एक सुसाइड नोट मिला था. जिसमें पवन ने पड़ोसियों से मिल रही धमकी और प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या किये जाने का उल्लेख किया था.