भोपाल/छिंदवाड़ा। एमपी में चुनाव से पहले हिंदुत्व की राह पर बढ़ते कांग्रेस के कदम अब क्या कांग्रेस के भीतर ही बर्दाश्त नहीं हो रहे. पहले पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी की नर्मदा की आरती पर सवाल उठाया था. अब वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णन ने धीरेन्द्र शास्त्री को लेकर पीसीसी चीफ पर निशाना साधा है. प्रमोद कृष्णन ने ट्वीट कर कहा है कि हिंदू राष्ट्र की खुल्लम खुल्ला वकालत के साथ संविधान की धज्जियां उड़ाने वाले भाजपा के स्टार प्रचारक की आरती उतारना कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को शोभा नहीं देता. वहीं प्रमोद कृष्णन के इस बयान पर कमलनाथ ने भी ट्वीट कर जवाब दिया है.
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मुसलमानों के ऊपर “बुलडोज़र”
— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) August 6, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
चढ़ाने और RSS का एजेंडा हिंदू राष्ट्र की खुल्लमखुल्ला वकालत कर के “संविधान”
की धज्जियाँ उड़ाने वाले “भाजपा”
के स्टार प्रचारक की आरती उतारना कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को शोभा नहीं देता,आज रो रही होगी गांधी की “आत्मा” और तड़प रहे होंगे पंडित नेहरू और भगत…
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— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) August 6, 2023
चढ़ाने और RSS का एजेंडा हिंदू राष्ट्र की खुल्लमखुल्ला वकालत कर के “संविधान”
की धज्जियाँ उड़ाने वाले “भाजपा”
के स्टार प्रचारक की आरती उतारना कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को शोभा नहीं देता,आज रो रही होगी गांधी की “आत्मा” और तड़प रहे होंगे पंडित नेहरू और भगत…मुसलमानों के ऊपर “बुलडोज़र”
— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) August 6, 2023
चढ़ाने और RSS का एजेंडा हिंदू राष्ट्र की खुल्लमखुल्ला वकालत कर के “संविधान”
की धज्जियाँ उड़ाने वाले “भाजपा”
के स्टार प्रचारक की आरती उतारना कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को शोभा नहीं देता,आज रो रही होगी गांधी की “आत्मा” और तड़प रहे होंगे पंडित नेहरू और भगत…
धीरेन्द्र शास्त्री की आरती पर कांग्रेस में कलह: छिंदवाड़ा में पंडित धीरेन्द्र शास्त्री की आरती उतारते हुए कमलनाथ की ये तस्वीर कांग्रेस के भीतर ही हजम नहीं हो पा रही है. बेबाकी से बयान देते रहे आचार्य प्रमोद कृष्णन ने तो खुलकर विरोध जताया है और कहा है कि "बीजेपी के स्टार प्रचारक की आरती उतारना कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को शोभा नहीं देता. उन्होंने यहां तक कहा कि इस स्थिति में गांधी की आत्मा तड़प रही होगी. प्रमोद कृष्णन ने इस इवेंट को लेकर दिग्विजय सिंह जयराम रमेश और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की खामोशी पर भी सवाल उठाया है."
कमलनाथ का जवाब, मुझे नहीं पड़ता कोई फर्क: आचार्य प्रमोद कृष्णन के आरोप पर कमलनाथ ने कहा कि "कोई कुछ भी कहे उन्हें फर्क नहीं पड़ता. वह शुरू से धर्म को मानने वाले हैं और धर्म का काम करने में उन्हें कोई परहेज नहीं है. वहीं मीडिया ने पूछा कि भाजपा आरोप लगा रही है कि इस आयोजन से कांग्रेस के बड़े नेताओं ने दूरी बना रखी है. इस पर
पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि "बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री राघोगढ़ गए. उन्होंने जयवर्धन के साथ बैठकर भोजन भी किया. दिग्विजय सिंह से मिलने गए धीरेंद्र शास्त्री को छिंदवाड़ा आना था. उन्होंने तय किया और मैंने सिर्फ स्वागत किया.
अजीज कुरैशी ने जताया था नर्मदा आरती पर एतराज: इसके पहले पूर्व सांसद अजीज कुरैशी ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा था कि "प्रियंका गांधी एमपी में चुनाव अभियान की शुरुआत नर्मदा पूजन के बजाए. मजदूरों किसानों के बीच करती तो ज्यादा बेहतर होता. उन्होंने कहा पंडित नेहरु की पोती को इसी तरह से चुनाव अभियान की शुरुआत करनी थी."
कमलनाथ के गढ़ में धीरेन्द्र शास्त्री की राम कथा: छिंदवाड़ा में धीरेन्द्र शास्त्री की रामकथा का आयोजन पांच अगस्त से सात अगस्त तक हो रहा है. इस कथा के आयोजक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ हैं. कमलनाथ के आयोजक होने पर पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने छिंदवाड़ा में बयान दिया है कि "जो सनातन धर्म को मानता है और जो भारत में रहता है, वही हमारे काम का है. कमलनाथ जी सनातन को मानते हैं."