भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबू लाल गौर के निधन के बाद पक्ष के अलावा विपक्ष के नेताओं ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके व्यक्तित्व को याद किया. प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता दुर्गेश शर्मा बताते हैं कि बाबूलाल गौर जैसे व्यक्तित्व का जाना भारतीय राजनीति के लिए बेहद दुखद है, गौर पार्टी नहीं, बल्कि सिद्धांतों और विचारधाराओं को तवज्जो देते थे. एक समय बाबूलाल गौर इंदिरा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने गये थे, जो उनकी अलग सोच को प्रदर्शित करता है.
देश पर सर्वस्व समर्पण करने वाले गौर का सम्मान होना चाहिए, ऐसे व्यक्तित्व और सोच के धनी का आज के समय में जाना देश और प्रदेश के लिए बड़ी क्षति है. बाबू लाल गौर दलगत विचारधारा से हटकर पक्ष-विपक्ष के नेताओं से आत्मीय संबंध रखने वाले व इंदिरा गांधी के मुरीद थे.
गौर इंदिरा गांधी की जयंती और पुण्यतिथि पर होने वाले कार्यक्रमों में शामिल होते थे, जबकि प्रियंका गांधी के राजनीति में आने की पैरवी भी इसीलिए करते दिखे क्योंकि उनका मानना था कि प्रियंका गांधी में इंदिरा गांधी की छवि नजर आती है.