भोपाल। बारिश के इस बदलते हुए मौसम में कई तरह की बीमारियां जैसे वायरस, बैक्टीरिया, फंगस आदि से वायरल फीवर, पीलिया, फूड पॉइजनिंग, मलेरिया, डेंगू, दस्त रोगों की संभावनाएं बढ़ जाती हैं जिनसे बचने के लिए आयर्वेदिक नुस्खों को अपनाकर वायरल फीवर और ऐसी अन्य बीमारियों से बचा जा सकता है, जिसके कुछ उपाय है-
वायरल फीवर से बचने के उपाय
- बुखार आने पर नियमित चार्टिंग करें
- गिलोय (गुडूची) धनवटी का उपयोग करें
- गला खराब होने पर मूलेठी चूसें
- महासुदर्शन, चिरायता के काढ़े का सेवन करें
इन उपायों से दो-तीन दिन में मरीज को आराम मिल जाता है. इसके बाद भी यदि तेज बुखार बना रहता है, तो तुरंत नजदीकी अस्पताल में आवश्यक जांचें करवायें. एहतिहात के तौर पर मरीज को पूरा आराम करना चाहिये.
ये भी रखें ध्यान
- वायरल फीवर होने पर पानी उबालकर पियें और संक्रमण ग्रसित व्यक्ति को अलग कमरे में रखें क्योंकि उसके छींकने, थूकने और खांसने से वातावरण में संक्रमण फैलता है.
- गीले कपड़े न पहनें और ना ही बारिश में न भीगें और नम वातावरण से बचें.
- ताजा खाना खायें और बाहर के खाने से परहेज करें व घर के आसपास जैसे कूलर,
- गमलों आदि में पानी भरा न रहने दें क्योंकि यह मच्छरों का प्रजनन काल है.
- सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें.
- दिन में पूरी बांह के कपड़े पहनें.
- संक्रमित लोग भीड़-भाड़ वाली जगहों में जाने से बचें.