भोपाल। 66वें हिंदी दिवस के अवसर पर अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय ने प्रशासन अकादमी में कार्यक्रम का आयोजन किया. इस मौके पर राज्यपाल लालजी टंडन सहित उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी और जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा उपस्थित थे. साथ ही अन्य विश्वविद्यालय के कुलपतियों ने भी कार्यक्रम में शिरकत की.
कार्यक्रम में प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन ने हिंदी को भारत की मां बताते हुए कहा अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय प्रदेश का गौरव है. अटल जी के नाम पर बनाए गए इस विश्वविद्यालय का उद्देश्य हिंदी को महत्व देना है. क्योंकि अटल बिहारी वाजपेयी देश के पहले ऐसे नेता थे, जिन्होंने भारत के बाहर भी हिंदी को जिंदा रखने की कोशिश की. उन्होंने विदेश मंत्री रहते युवाओं में अपना पहला भाषण हिंदी में दिया. अटल जी के नाम से शुरूआत हुए इस विश्वविद्यालय को विशेष विश्वविद्यालय का दर्जा दिया जाए. उन्होंने कहा कि मैं प्रदेश सरकार से अपेक्षा करता हूं कि विश्वविद्यालय में जो खामियां हैं, उन्हें दूर करने के लिए आवश्यक कदम उठाएं. साथ ही विश्वविद्यालय में पदस्थ अतिथि शिक्षक को नियमित किया जाए.
वहीं कार्यक्रम में उपस्थित उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि प्रदेश सरकार हिंदी विश्वविद्यालय को एक बेहतर विश्वविद्यालय बनाने को लेकर महत्वपूर्ण कदम उठाएगी. ताकि हिंदी भाषा को जिस तरह से बढ़ावा देने के लिए काम हो रहा है, उसमें मध्यप्रदेश अपनी भूमिका निभा सके. वहीं उन्होंने कहा कि राज्यपाल महोदय द्वारा बताई गई समस्याओं को प्राथमिकता से दूर किया जाएगा.
हिंदी विश्वविद्यालय मध्यप्रदेश का पहला विश्वविद्यालय है, जिसकी स्थापना 2011 में हुई थी. विश्वविद्यालय का शिलान्यास देश के तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने किया था. लेकिन विश्वविद्यालय का ग्राफ काफी नीचे गिर चुका है, जिसे चलते दो दिन पहले विश्वविद्यालय के शिक्षक राज्यपाल से मिले थे और अपनी समस्याएं उनके सामने रखी थी. राज्यपाल ने संबोधन में इस विषय में उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी को अवगत कराया.